हैदराबाद: भारत में स्मार्टफोन का मार्केत दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पिछले करीब एक दशक में भारतीय स्मार्टफोन मार्केट काफी तेजी से बढ़ता आ रहा है और आगे भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. इस बात को आंकड़ों में समझें तो एक मार्केट रिसर्च फर्म की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार 2025 में भारत का स्मार्टफोन मार्केट $50 बिलियन (लगभग 4.2 लाख करोड़ रुपये) का आंकड़ा पार कर सकता है और अपनी सबसे हाई वैल्यूएशन पर पहुंच सकता है.
यह ग्रोथ ऑरोजिनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चर्स (OEMs) द्वारा अपनाए गए वैल्यू-सेंट्रिक एप्रोच और भारतीय ग्राहकों द्वारा हाई स्पेसिफिकेशन्स वाले प्रीमियम डिवाइसेज की बढ़ती मांग के कारण हुई है. कुल मिलाकर, देश के स्मार्टफोन मार्केट में साल-दर-साल (YoY) 6 प्रतिशत की वृद्धि देखने की उम्मीद है.
2025 में कैसा होगा भारत का स्मार्टफोन मार्केट
मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट रिसर्च द्वारा शेयर की गई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्मार्टफोन मार्केट की रिटेल एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) 2025 में पहली बार $300 (लगभग ₹26,000) के आंकड़े को पार कर सकती है. इससे बाजार की कुल वैल्यूएशन $50.3 बिलियन (लगभग 4.3 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगी. इस बात को समझने के लिए आप 2025 की संभावित वैल्यूएशन की तुलना 2021 के टोटल मार्केट वैल्यूशन से कर सकते हैं. 2021 में भारतीय स्मार्टफोन मार्केट का टोटल वैल्यूएशन $37.9 बिलियन (लगभग 3.2 लाख करोड़ रुपये) था. 2021 और 2025 के इन आंकड़ों को देखकर समझ में आता है कि भारत में स्मार्टफोन्स की मांग कितनी तेजी से बढ़ी है.
रिपोर्ट के अनुसार भारत के स्मार्टफोन यूज़र्स अब प्रीमियम और अल्ट्रा-प्रीमियम (30,000 रुपये से ऊपर वाले) सेगमेंट वाले फोन खरीदने की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं. यह भारतीय स्मार्टफोन यूज़र्स की पसंद में आ रहे बदलाव को दर्शाता है, जिसका असर स्मार्टफोन मार्केट की वैल्यूशन पर भी दिखाई दे रहा है. यूज़र्स की पसंद में आए इस बदलाव की अगुवाई एप्पल और सैमसंग जैसी ब्रांड्स कर रही हैं.
अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी एप्पल को भारत में अपनी प्रो मॉडल्स की मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, क्योंकि यह कंपनी लोकल प्रोडक्शन को बढ़ावा दे रही है, जिससे फोन को बनाने में लगने वाली लागत में कमी हो रही है और इसी कारण से भारत में एप्पल फोन की कीमत में भी कमी आएगी. वहीं, साउथ कोरिया की दिग्गज फोन कंपनी सैमसंग ने भी अपनी वैल्यू-फोकस्ड स्ट्रेटजी के जरिए भारतीय बाजार में अच्छी पकड़ बनाने की कोशिश की है, और इसकी मदद से कंपनी अपने फ्लैगशिप गैलेक्सी S सीरीज की बिक्री में इजाफा कर सकती है.
वनप्लस के मार्केट शेयर में भी बढ़ोतरी की उम्मीद
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वनप्लस अल्ट्रा-प्रीमियम सेगमेंट यानी 45,000 रुपये से ज्यादा कीमत वाले फोन रेंज में अपने मार्केट शेयर्स को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. आपको याद दिला दें कि 7 जनवरी को भारत में वनप्लस अपनी अगली प्रीमियम फोन सीरीज को लॉन्च करने जा रहा है. ऐसे में स्मार्टफोन मार्केट रिसर्च फर्म का कहना है कि 2025 में 45,000 रुपये से ऊपर की रेंज वाले फोन सेगमेंट में वनप्लस भी अपना मार्केट शेयर बढ़ा सकता है.
इसके अलावा, वनप्लस ने हाल ही में डिस्प्ले में ग्रीन लाइन आने से जुड़ी समस्याओं को सुलझाया है, जो पहले कंपनी की बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही थी. अब कंपनी ने ग्राहकों को लाइफटाइम वारंटी के साथ एक आश्वस्त समाधान प्रदान करने का फैसला किया है. वहीं, दूसरी ओर 30,000 से 45,000 रुपये के बीच में फोन बेचने वाली कंपनी वनप्लस, ओप्पो और वीवो भारतीय ग्राहकों को अपने एडवांस कैमरा सिस्टम्स और रिफाइन्ड डिजाइन्स के साथ आकर्षित कर रहे हैं. वहीं, मार्केट रिसर्च फर्म का अनुमान है कि 2025 में भारत के प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट का मार्केट शेयर 20% तक बढ़ सकता है.
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