अनूपगढ़: जिले की पुलिस ने दो साल पुराने हत्या के प्रयास के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है. इस मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. एक महिला ने अपने पति पर हमला करवाने के लिए बदमाशों को सुपारी दी थी, लेकिन हमलावर महिला के पति को पहचान नहीं पाए और उसके बड़े भाई पर हमला कर दिया.
यह था मामला: एसपी रमेश मौर्य ने बताया कि घटना रामसिंहपुर थाना इलाके में 6-7 नवंबर, 2022 की रात की है. जब गुरदेव सिंह के घर में अचानक 7 से 8 हमलावर घुस आए. हमलावरों ने गुरदेव सिंह पर लाठी, तलवार और गंडासे से हमला किया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसकी पत्नी छिन्द्रपाल कौर ने इस हमले की रिपोर्ट रामसिंहपुर थाने में दर्ज करवाई, लेकिन उस वक्त हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई. गुरदेव की हालत गंभीर होने पर उसे बीकानेर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी जान बचाई जा सकी. लेकिन यह मामला जांच अधिकारी का तबादला हो जाने के कारण बीच में ही रह गया.
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4 आरोपी गिरफ्तार: परिवादी पक्ष ने एक बार फिर एसपी के समक्ष गुहार लगाई, तो अनूपगढ़ जिले के एसपी रमेश मौर्य ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष जांच टीम गठित की. थाना प्रभारी सुमन परिहार और उनकी टीम ने गुप्त सूचनाओं और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में कुलजीत सिंह उर्फ राणा, मोहम्मद अब्बास, गगनदीप सिंह बाजीगर और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी शामिल हैं. पुलिस ने सभी आरोपियों को बापर्दा रखा है ताकि आगे की जांच में किसी भी प्रकार की जानकारी लीक न हो सके.
सुपारी किलिंग का खुलासा: इस मामले में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि गुरदेव सिंह पर हमला किसी आपसी रंजिश या दुश्मनी का नतीजा नहीं था, बल्कि यह सुपारी किलिंग का मामला था. जांच के दौरान पता चला कि गुरदेव सिंह की भाभी परमजीत कौर ने अपने पति को सबक सिखाने के लिए अपने भाइयों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी. उसने कुलजीत सिंह उर्फ राणा को 1.30 लाख रुपए में अपने पति पर हमला करने की सुपारी दी थी, लेकिन हमलावरों ने गलती से गुरदेव सिंह पर हमला कर दिया.