नई दिल्ली : पड़ोसी देश बांग्लादेश में अस्थिरता के बाद वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर पकड़े गए अवैध प्रवासी बांग्लादेशियों की संख्या में इजाफा हुआ है. इस बारे में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने विभिन्न स्टेशनों से पकड़े गए अवैध बांग्लादेशियों के बारे में जानकारी देते हुए ईटीवी भारत को बताया कि बांग्लादेश की स्थिति के बाद संख्या में कुछ वृद्धि हुई है.
शर्मा ने कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश के अवैध प्रवासियों के खिलाफ सघन कार्रवाई में रेलवे सुरक्षा बल ने वर्ष 2024 में 274 ऐसे लोगों को पकड़ा है, जो वर्ष 2023 की 233 की तुलना में अधिक है. उन्होंने कहा कि एनएफ रेलवे के विभिन्न रेलवे परिसरों में बांग्लादेशियों का पता चला है. इन व्यक्तियों की शीघ्र और प्रभावी पहचान सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी बलों द्वारा सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी गई है.
इसके अलावा स्टेशनों और ट्रेनों में तैनात आरपीएफ कर्मचारी सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध घुसपैठ के प्रति हमेशा सतर्क और सजग रहते हैं. आरपीएफ इसे रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में नियमित जांच करती रहती है. सीपीआरओ ने बताया कि आरपीएफ रेलवे यात्रियों की सुरक्षा में अपराधियों के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ती रहती है. उन्होंने कहा कि मानव तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ संदिग्ध तरीके से यात्रा करने वाले, अकेले यात्रा करने वाले और उचित अभिभावकों के बिना बच्चों की आवाजाही पर भी नजर रखती है.
आरपीएफ ने दिसंबर माह के दौरान चलाए गए विभिन्न अभियानों में अगरतला रेलवे स्टेशन पर 18 बांग्लादेशी नागरिकों और एक एजेंट को गिरफ्तार किया. इसके अलावा, आरपीएफ ने महीने के दौरान विभिन्न स्टेशनों से 90 नाबालिगों और 2 महिलाओं को बचाया. वहीं बचाए गए श्रमिकों को संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में हुई एक घटना में अगरतला की आरपीएफ और जीआरपी टीम तथा एसआईबी/बदरपुर टीम ने संयुक्त रूप से अगरतला रेलवे स्टेशन पर नियमित जांच की.
चेकिंग के दौरान उन्होंने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा. बाद में तीनों अवैध प्रवासियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया. दिसंबर में एक अन्य बड़ी घटना में, गुवाहाटी की आरपीएफ/एसआईबी टीम और कामाख्या की आरपीएफ टीम ने कामाख्या रेलवे स्टेशन पर नियमित जांच की. जांच के दौरान, उन्होंने कामाख्या रेलवे स्टेशन से तीन भागे हुए नाबालिगों को बचाया. बाद में, नाबालिगों का पता पता लगाने के बाद उन्हें सुरक्षित अभिरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन, गुवाहाटी को सौंप दिया गया.
इसी तरह एक घटना में रंगापाड़ा उत्तर की आरपीएफ टीम ने नियमित जांच के दौरान तीन भागे हुए नाबालिगों को बचाया. बाद में, बचाए गए खनिकों को सुरक्षित हिरासत के लिए चाइल्ड लाइन, तेजपुर को सौंप दिया गया. इसके अलावा, आरपीएफ ने इस अवधि के दौरान कई अवैध प्रवासियों को पकड़ा.
ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में 7 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार, बीएसएफ की कार्रवाई