अलवर. देश में नवगठित एनडीए सरकार में अलवर के नव निर्वाचित सांसद एवं भाजपा के कद्दावर नेता भूपेन्द्र यादव को कैबिनेट मंत्री पद मिलने की उम्मीद है. उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में भी माना जा रहा है, लेकिन खुशी की बात यह है कि वे मंत्री बने या राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों ही मामलों में राष्ट्रीय राजनीति में अलवर का कद बढ़ना तय है. अभी तक अलवर का कोई नेता भाजपा में राष्ट्रीय स्तर पर नहीं उभर पाया था. पहली बार भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव रह चुके भूपेन्द्र यादव को अलवर से लोकसभा चुनाव में उतारा और उन्हें जीत मिली.
भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में अलवर जिला अभी तक अपना दबदबा कायम नहीं रह पाया था. देश में पिछले दस सालों से भाजपा की सरकार रही, लेकिन अलवर जिले का कोई नेता न तो भाजपा सरकार में शामिल रहा और न ही राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में किसी पद तक पहुंच सका. इस कारण भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में अलवर का दबदबा नहीं रह पाया. हालांकि वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अलवर से भाजपा के सांसद चुने गए थे, लेकिन वे अपने कार्यकाल के दौरान मात्र सांसद की भूमिका तक सीमित रहे.
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इस बार अलवर लोकसभा क्षेत्र से चुने गए सांसद भूपेन्द्र यादव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. इस कारण ही नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे टर्म में अलवर का दबदबा रहने की उम्मीद है. अलवर के नव निर्वाचित सांसद भूपेन्द्र यादव को मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किए जाने की उम्मीद है. इसका बड़ा कारण भूपेन्द्र यादव का मोदी—2.0 सरकार में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. मोदी—2.0 सरकार में भूपेन्द्र यादव को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन जैसे बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली थी.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन सकते हैं भूपेन्द्र: अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव को भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है. कारण है कि भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है, लोकसभा चुनाव के चलते उनके कार्यकाल का विस्तार किया गया था. अब लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव होना है. भूपेन्द्र यादव भाजपा संगठन में राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं, साथ ही यादव को प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का विश्वास पात्र होने के अलावा कुशल संगठनकर्ता माना जाता है. इस कारण भाजपा संगठन में इस बार भूपेन्द्र यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की उम्मीद है.