वैशाली : बिहार के वैशाली में बाबा साहेब की प्रतिमा को 51 लीटर दूध से नहलाकर शुद्ध किया गया. दरअसल बाबा साहेब की मूर्ति को इसलिए दूध से धोया गया क्योंकि इस मूर्ति को चिराग पासवान ने छुआ था. पूरा मामला हाजीपुर की सुरक्षित लोकसभा सीट का है जब चिराग पासवान नामांकन करने के लिए निकले हुए थे. नामांकन के पहले उन्होंने रोड शो किया इसी दौरान अनवरपुर चौक पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर उन्होंने माल्यार्पण किया.
चिराग ने छुआ तो मूर्ति को दूध से धोया : यहीं से चिराग पासवान हाजीपुर की सुरक्षित सीट के लिए नामांकन करने के लिए पहुंचे थे. जैसे ही चिराग पासवान अनवरपुर चौक से हटे कुछ लोग दूध लेकर मूर्ति को दूध से धोकर शुद्ध करने लगे. जिसने भी ये वीडियो देखा उसने बाबा साहब के सिद्धातों के आधार पर गलत ठहराया. क्योंकि जिस बाबा साहब ने छुआछूत के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया उन्ही की मूर्ति को छू लेने के लिए दूध से नहलाकर शुद्ध किया जा रहा था.
चिराग का जताया विरोध : बताया यह जा रहा था कि चिराग पासवान दलित विरोधी हैं उन्होंने मूर्ति को छू लिया है. इसलिए मूर्ति की शुद्धिकरण के लिए मूर्ति को धोया जा रहा है. इस विषय में स्थानीय छोटू पासवान का कहना है कि यह मूर्ति आज इसलिए धोयी गयी है क्योंकि एक दलित विरोधी जो की पासवान का ठप्पा लेकर समाज में घूम रहे हैं. उन्होंने बाबा साहब के मूर्ति को छूने का काम किया. इसीलिए पासवान समाज के लोग मूर्ति को शुद्ध कर रहे हैं.
''वह दलित का कोई काम नहीं करते हैं. आए दिन आरक्षण के खिलाफ रहते हैं. जब जमुई के सांसद बने तो उस समय गैस सब्सिडी छोड़ने की बात हुई तो उन्होंने कहा संपन्न दलित आरक्षण छोड़ें. उन्होंने पहले हुए एससी-एसटी एक्ट के बारे में भी कुछ नहीं कहा था जब आम पब्लिक सड़क पर उतरी थी तब उन्होंने सपोर्ट किया था. इससे पहले सपोर्ट नहीं किया था. एनडीए उनको 5 सीट दी है. इसमें से एक भी सीट वह पासवान को नहीं दिए हैं. जो पासवान का सीट भी था समस्तीपुर उसको भी छीन लिया है एक गैर दलित को दे दिया गया है.''- छोटू पासवान, स्थानीय
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