डिंडौरी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ विश्व सिकल सेल दिवस पर मध्य प्रदेश के दौरे पर आए. यहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ डिंडौरी पहुंचे. एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल सहित राकेश पटेल ने उनका स्वागत किया. इसके बाद उपराष्ट्रपति सीधे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. उन्होंने सिकल सेल पर आयोजित प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया. वहीं कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव की जमकर तारीफ की. साथ ही उन्होंने कहा कि जनजाति वर्ग भारत की पहचान है और इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 में विकसित भारत बनाने के साथ सिकल सेल मुक्त देश बनाने का संकल्प लिया है.
उपराष्ट्रपति ने लाउड स्पीकर बैन के फैसले की तारीफ की
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की तारीफ करते हुए कहा कि 'हर स्थान किसी न किसी के लिए शुभ होता है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लिए डिंडौरी जिले का प्रभारी होना इतना शुभ पड़ा कि वे पूरे प्रदेश के प्रभारी बन गए. साथ ही पहली कैबिनेट बैठक लाउडस्पीकर बैन करने के फैसले की तारीफ की. उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे बड़ी खुशी और प्रसन्नता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहली मुलाकात में ही दो-तीन बातों की ओर ध्यान दिया, उनमें एक बात सिकल सेल उन्मूलन की थी और दूसरी ट्राइबल के विकास की. डॉ. मोहन यादव ने एक महीने में ही दुनिया को मुख्यमंत्री का दम दिखा दिया.
2047 में भारत होगा विकसित राष्ट्र
डिंडौरी के शासकीय चन्द्र विजय महाविद्यालय में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा देश के तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने दो संकल्प लिए हैं. जब देश आजादी की शताब्दी मनाएगा 2047 में तो भारत एक विकसित राष्ट्र होगा. विकसित राष्ट्र की पहचान होगी और सिकल सेल बीमारी का पूर्ण उन्मूलन होगा. उपराष्ट्रपति ने आगे कहा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकल सेल उन्मूलन का संकल्प लिया है और जुलाई 2023 में शहडोल से राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन 2047 की शुरुआत की है. देश में 2047 का हवन शुरू हो गया है, इस हवन में सभी को आहूति देनी है. यह मैराथन मार्च है, इसमें सभी चल रहे हैं.
सिकल सेल पर बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उन्होंने कहा, सिकल सेल के उन्मूलन के लिए जरूरी है कि हम सभी सक्रियता से काम करें. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, यह बीमारी शारीरिक तौर पर तो कष्ट देती ही है. मगर यह पारिवारिक और भावनात्मक तौर पर भी प्रभावित करती है. इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए आयुष्मान भारत योजना में एक बदलाव किया गया है. यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है. उन्होंने कहा, आयुष्मान योजना में सिकल सेल रोगी के उपचार का प्रावधान शामिल कर एक उत्साह वर्धन, दूरदर्शी निर्णय लिया गया है. बता दें इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, पूर्व केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते मौजूद रहे. कार्यक्रम स्थल पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका उपराष्ट्रपति ने अवलोकन किया.