चित्तौड़गढ़: मेवाड़ के हरिद्वार मातृकुंडिया तीर्थ स्थल पर रविवार को महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूर्ण आहुति से पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे. उन्होंने मातृकुंडिया स्थित मंगलेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कर पूजा अर्चना की. इसके पश्चात सभा स्थल पहुंचे, जहां जाट समाज के प्रतिनिधियों की ओर से उनका अभिनंदन करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां महिलाओं की उपस्थिति दर्शाती है कि समाज सही दिशा में जा रहा है.
स्वागत अभिभाषण के पश्चात उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सभा को संबोधित किया. उन्होंने महिलाओं की उपस्थिति को लेकर कहा कि महिलाओं की उपस्थिति इस बात का प्रतीक है कि समाज सही दिशा में अग्रसर है. उन्होंने मातृकुंडिया के महत्व को बताते हुए कहा कि यह वह स्थान है, जहां से कोई भी मनोकामना शुरू होती है, तो अवश्य पूरी होती है.
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज चित्तौड़गढ़ में अखिल मेवाड़ क्षेत्र जाट महासभा को संबोधित किया। #Matrikundiya@mpbhagirathbjp @cpjoshiBJP @babulalkharadi3 @KatariaLalchand pic.twitter.com/Qqko7qI1m3
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उन्होंने अपने विधायक रहने के दौरान वर्ष 1993 में शुरू हुए जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर कहा कि सामाजिक न्याय के संघर्ष की शुरुआत यहीं से हुई है. जिसमें सफलता मिली और आज समाज के कई लोग इसके जरिए सेवा देकर समाज के विकास में भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने किसानों के विकास को देश की आर्थिक रीढ़ बताते हुए कहा कि किसान का विकास देश का विकास है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को लेकर कहा कि यह संकल्प पूरा होने जा रहा है. इसमें किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
मैं यहाँ 25 साल बाद आया हूँ!
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25 साल पहले इसी जगह पर सामाजिक न्याय की लड़ाई की शुरुआत की थी। जाट और कुछ जातियों को आरक्षण मिले।
आज उसके नतीजे देश और राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में मिल रहे हैं। उसी सामाजिक न्याय पर, उसी आरक्षण पर जिनको लाभ मिला है, आज वो सरकार में प्रमुख पदों पर… pic.twitter.com/Acy1gkF54o
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने समाज के युवाओं से आह्वान किया कि देश की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक व्यवस्था जो किस से जुड़ी हुई है, किसान वर्ग के प्रतिभाशाली युवक और युवतियां इससे जुड़ें और आगे बढ़ें. सरकार की योजनाओं से जुड़कर आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हों, जिससे गांव के शहरों पर निर्भरता समाप्त हो.
किसान देश का अन्नदाता है, भाग्य विधाता है!
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किसान के हाथ में विकास की कुंजी है, और यही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। #Matrikundiya pic.twitter.com/j6sYkVNszn
इस दौरान मंच पर सूरजकुंड धाम के ब्रह्मचारी अवधेश चैतन्य महाराज, केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, मंत्री बाबूलाल खराड़ी, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर सहित जाट समाज के प्रतिनिधि मौजूद रहे.