उज्जैन। उज्जैन में हाल ही में पहले निरंजनी अखाड़े की पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी पर महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर साढ़े 7 लाख रुपये लेने का आरोप लगा. इसके बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने सभी पंचों से बात करके मंदाकिनी को अखाड़ा परिषद से बाहर कर दिया. वहीं मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया. उनका उपचार उज्जैन के जिला अस्पताल में किया जा रहा है. अब पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी द्वारा जयपुर के संत से भी रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है.
जयपुर के महामंडलेश्वर को भी ठगा
जयपुर के अखाड़े के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज से इस बारे में शिकायत की. उन्होंने महाकाल थाने में मंदाकिनी के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है. महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर जयपुर ने कहा "31 मार्च 2023 को मंगलनाथ मार्ग पर नागचंद्रेश्वर धाम मे मंदाकिनी जी ने मेरा पटा अभिषेक कार्यक्रम रखा. उन्होंने कहा कि दो ढाई लाख रुपए में सारा काम हो जायेगा. भंडारा भी हो जायेगा. इसके बाद कार्यक्रम संपन्न हुआ. उसमें अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी जी भी उपस्थित हुए. उनके हाथों से पटा अभिषेक हुआ. उसके बाद एक प्रलोभन और दिया कि महामंडलेश्वर के बाद अखाड़े में प्रमोशन भी हो जाएगा. उसके लिए 10-20 लाख रुपये मांगे गए."
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अखाड़ा परिषद के रविंद्र पुरी जी खफा
महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने बताया "मैंने कुल मिलाकर 8 लाख 90 हजार रुपए उनको पिछले 7-8 महीने में ट्रांसफर किए. मैंने उनको फोन पे ये रकम दी. इसके बाद पिछले महीने हरिद्वार जाकर अखाड़ा परिषद के रविंद्र पुरी जी से हमने अपनी पीड़ा बताई. महाराज जी ने कहा कि इस तरीके से अखाड़े के नाम पर पैसे लेना गलत है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो फिर कार्रवाई होनी चाहिए. अब अखाड़ा परिषद जो भी निर्णय लेगा वह स्वीकार है." वहीं, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज ने कहा "जयपुर से महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर उज्जैन आए. मेरी वार्ता हुई. महाराज श्री ने कहा कि मुझे आचार्य महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर पैसा लिया गया है. संत ऐसा काम करें तो बर्दाश्त कैसे करेंगे."