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मिशन नितेश यादव! बिहार का एक टॉप माओवादी बना झारखंड पुलिस के लिए चुनौती, लगातार चलाया जा रहा अभियान - Maoist commander Nitesh Yadav

Maoist commander Nitesh Yadav. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में माओवादी कमांडर नितेश यादव पुलिस के लिए चुनौती बन गया है. वह इलाके में माओवादियों को खड़ा करने की कोशिश कर रहा है. पुलिस भी उसके खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है.

Maoist commander Nitesh Yadav
कॉन्सेप्ट इमेज (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 29, 2024, 8:50 AM IST

पलामू: बिहार का रहने वाला एक माओवादी कमांडर झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. यह नक्सली झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों को खड़ा करने में लगा हुआ है. पलामू के हैदरनगर थाना क्षेत्र में आगजनी की घटना के बाद शीर्ष माओवादी नितेश यादव उर्फ ​​इरफान का नाम एक बार फिर चर्चा में है. झारखंड सरकार ने नितेश यादव पर 15 लाख रुपये का इनाम रखा है.

नितेश यादव उर्फ ​​इरफान बिहार के गया के डुमरिया थाना क्षेत्र के तरवाडीह गांव का रहने वाला है. वह बिहार के गया औरंगाबाद और झारखंड के पलामू और नितेश के इलाके में सक्रिय है. पिछले कुछ सालों से पलामू में लगातार हुई हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में नितेश यादव की मुख्य भुमिका रही है. वह काफी शातिर माना जाता है.

पुलिस के मुताबिक, 15 लाख रुपये का इनामी माओवादी कमांडर नितेश यादव अपने पास इजराइली हथियार एम 16 यानी एके-47 रखता है. वह माओवादी हथियारों और बारूदी सुरंगों का विशेषज्ञ है. उसने फिलहाल पलामू के हुसैनाबाद, छतरपुर, हैदरनगर और पांडू के सीमावर्ती इलाकों को अपना ठिकाना बना रखा है. एनआईए भी उसकी जांच कर रही है. झारखंड और बिहार पुलिस ने नितेश यादव की संपत्ति का आकलन कर उसे जब्त कर लिया था. उसके पास झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों के सभी हथियारों और विस्फोटकों की जानकारी है.

100 से अधिक नक्सली हमलों का आरोप

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, नितेश यादव पर झारखंड और बिहार में 100 से अधिक नक्सली हमलों को अंजाम देने का आरोप है. नितेश यादव के खिलाफ झारखंड के पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा और बिहार के गया और औरंगाबाद इलाकों में एफआईआर दर्ज हैं. 2013 में नितेश यादव के नेतृत्व में माओवादियों ने पलामू के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र के कौड़िया में टीएसपीसी के 15 सदस्यों की हत्या की थी.

2015-16 में नितेश यादव ने पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के काला पहाड़ इलाके में लैंड माइंस विस्फोट किया था. इस घटना में सात पुलिस जवान शहीद हुए थे. 2016-17 में बिहार के गया औरंगाबाद सीमा पर माओवादियों ने कोबरा जवानों पर हमला किया था. इस हमले में 10 जवान शहीद हुए थे. इस हमले में नितेश यादव भी शामिल था.

नितेश यादव के लिए बनाई गई है विशेष योजना

पलामू इलाके में माओवादी टॉप कमांडर नितेश यादव के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों ने योजना तैयार की है. पलामू रेंज के डीआईजी वाईएस रमेश का कहना है कि नितेश यादव पुलिस के लिए चुनौती है लेकिन उसके खिलाफ योजना तैयार की गई है. उसके खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नितेश यादव के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: अपराध पर नकेल! माओवादी से जुड़ा अपराधी गिरफ्तार, चांदी की चेन के साथ पकड़ाया शातिर चोर - Criminal arrested

यह भी पढ़ें: झारखंड में माओवादियों के दो टॉप कमांडर हुए अलग, अंदरूनी दरार या ये है असली वजह... - Internal rift in Maoists

यह भी पढ़ें: माओवादी कमांडरों को भूतों का खौफ! अनजान सायों से परेशान नक्सली, कर रहे अजीबोगरीब हरकतें - Maoist commanders afraid of ghosts

पलामू: बिहार का रहने वाला एक माओवादी कमांडर झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. यह नक्सली झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों को खड़ा करने में लगा हुआ है. पलामू के हैदरनगर थाना क्षेत्र में आगजनी की घटना के बाद शीर्ष माओवादी नितेश यादव उर्फ ​​इरफान का नाम एक बार फिर चर्चा में है. झारखंड सरकार ने नितेश यादव पर 15 लाख रुपये का इनाम रखा है.

नितेश यादव उर्फ ​​इरफान बिहार के गया के डुमरिया थाना क्षेत्र के तरवाडीह गांव का रहने वाला है. वह बिहार के गया औरंगाबाद और झारखंड के पलामू और नितेश के इलाके में सक्रिय है. पिछले कुछ सालों से पलामू में लगातार हुई हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में नितेश यादव की मुख्य भुमिका रही है. वह काफी शातिर माना जाता है.

पुलिस के मुताबिक, 15 लाख रुपये का इनामी माओवादी कमांडर नितेश यादव अपने पास इजराइली हथियार एम 16 यानी एके-47 रखता है. वह माओवादी हथियारों और बारूदी सुरंगों का विशेषज्ञ है. उसने फिलहाल पलामू के हुसैनाबाद, छतरपुर, हैदरनगर और पांडू के सीमावर्ती इलाकों को अपना ठिकाना बना रखा है. एनआईए भी उसकी जांच कर रही है. झारखंड और बिहार पुलिस ने नितेश यादव की संपत्ति का आकलन कर उसे जब्त कर लिया था. उसके पास झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों के सभी हथियारों और विस्फोटकों की जानकारी है.

100 से अधिक नक्सली हमलों का आरोप

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, नितेश यादव पर झारखंड और बिहार में 100 से अधिक नक्सली हमलों को अंजाम देने का आरोप है. नितेश यादव के खिलाफ झारखंड के पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा और बिहार के गया और औरंगाबाद इलाकों में एफआईआर दर्ज हैं. 2013 में नितेश यादव के नेतृत्व में माओवादियों ने पलामू के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र के कौड़िया में टीएसपीसी के 15 सदस्यों की हत्या की थी.

2015-16 में नितेश यादव ने पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के काला पहाड़ इलाके में लैंड माइंस विस्फोट किया था. इस घटना में सात पुलिस जवान शहीद हुए थे. 2016-17 में बिहार के गया औरंगाबाद सीमा पर माओवादियों ने कोबरा जवानों पर हमला किया था. इस हमले में 10 जवान शहीद हुए थे. इस हमले में नितेश यादव भी शामिल था.

नितेश यादव के लिए बनाई गई है विशेष योजना

पलामू इलाके में माओवादी टॉप कमांडर नितेश यादव के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों ने योजना तैयार की है. पलामू रेंज के डीआईजी वाईएस रमेश का कहना है कि नितेश यादव पुलिस के लिए चुनौती है लेकिन उसके खिलाफ योजना तैयार की गई है. उसके खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नितेश यादव के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.

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