भरतपुर.जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. गांव नगला मई में सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि उन्हें बचाने उतरे दो लोग बेहोश हो गए. दोनों बेहोश लोगों को भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया. मौके पर पुलिस भी पहुंच गई. तीनों शवों को आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है.
लखनपुर थाना एएसआई श्रीलाल ने बताया कि गांव नगला मई में इंदर जाट के सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए कुछ युवक वहां गए थे. मृतकों के साथी श्याम और दिनेश ने बताया कि वे गुरुवार सुबह 6 बजे नगला मई गांव में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए गए थे. पहले बाल्टी से टैंक की सफाई कर रहे थे, लेकिन मलबा बाहर नहीं आ रहा था. इसलिए टैंक में नसेनी डाल कर एक व्यक्ति को उतारा गया. उससे भी सफाई नहीं हुई. उसे बाहर आने को बोला, लेकिन वह जैसे ही बाहर आने लगा. उसका नसेनी से पैर फिसल गया और टैंक में गिर गया. उसे बचाने के लिए दो और साथी टैंक में उतरे, लेकिन वे भी जहरीली गैस से बेहोश होकर टैंक में ही गिर गए. उन्हें बचाने दो और लोग उतरे, लेकिन वे भी बेहोश हो गए.
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इस तरह से टैंक में एक के बाद एक 5 लोग बेहोश होकर गिर पड़े. घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया. मौके पर जेसीबी बुलाकर टैंक से पांचों लोगों को बाहर निकाला और आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां मई गांव निवासी आकाश (25), करण (25) और टीकम चंद उर्फ भोलू को मृत घोषित कर दिया, जबकि इंदर सिंह और नरेश का आरबीएम अस्पताल व निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है. लखनपुर थाना एएसआई श्रीलाल ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची. फिलहाल तीनों शव आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखना गए हैं. जहां पर मेडिकल बोर्ड से उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
जिले के नदबई उपखण्ड के गांव नगला मई में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दुर्घटना में 3 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने पर जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा 10-10 लाख की सहायता प्रदान की गई है. जिला कलक्टर डॉ अमित यादव ने बताया कि नदबई के गांव नगला मई निवासी आकाश पुत्र बिज्जो, करण सिंह उर्फ बोली पुत्र टुनिया, भोलूराम पुत्र रोशन की सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस से मृत्यु हो गई थी. सभी मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख की सहायता जारी की गई है.