गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में गांजा तस्करी मामले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. एसपी ने भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. इनमें जादोपुर, विशंभरपुर और कुचायकोट के थानाध्यक्ष शामिल हैं. तीनों पर अलग-अलग आरोप लगे हैं.
कम गांजा जब्ती दिखना पड़ा महंगाः एसपी की इस कार्रवाई से जिलेभर के पुलिस पदाधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. निलंबित थानाध्यक्ष पर विभागीय कार्यवाई शुरू कर दी गई है. दरअसल, इस संदर्भ में बताया जाता है कि एसपी अवधेश दीक्षित को गुप्त सूचना मिली थी कि जादोपुर थानाध्यक्ष पिंटू कुमार द्वारा पिछले एक अक्टूबर को 250 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया था लेकिन थानाध्यक्ष पिंटू कुमार ने 70 किलोग्राम गांजा बरामदगी दिखायी.
माफिया से सांठगांठ आरोपः इसी तरह विशंभरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पर शराब माफिया से सांठगांठ रखने का आरोप लगाया गया था. जबकि कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार पर यही आरोप है. इसके बाद एसपी अवधेश दीक्षित ने कार्रवाई करते हुए तीनों थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है.
कार्यकलाप पर एसपी की नजरः बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पुलिस अधीक्षक लगातार थाने के कार्यकलाप की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे. विभिन्न थाना में पहुंचकर जांच भी किये थे. इस संदर्भ में एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि शराब माफियाओं के साथ साठगांठ रखने, गांजा बरामदगी के मामले में तीन थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है.
"हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहें हैं. किसी भी पुलिस पदाधिकारी या कर्मी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. निलंबित पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी." -अवधेश दीक्षित, एसपी, गोपालगंज
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