भीलवाड़ा: इस बार प्रदेश में मानसून मेहरबान है, जिसके कारण पूरा प्रदेश तरबतर है. भीलवाड़ा जिले में भी इस बार मानसून की अच्छी बारिश देखने को मिली है, जिससे जिले के 60 बांधों में से 20 बांध लबालब हो चुके हैं. बाकी सभी बांधों में भारी मात्रा में पानी की आवक जारी है. वहीं, भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाली गुजरने वाली बनास, त्रिवेणी, खारी, कोठारी व बेड़च नदी में तेज जल प्रवाह जारी है. त्रिवेणी नदी ऊफान पर बह रही है, जिसका पानी जयपुर, अजमेर और ब्यावर जिले की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में पहुंच रहा है.
फसलें हुईं खराब : लगातार बारिश होने के कारण इस बार किसानों को झटका लगा है. जिले में मूंग, उड़द व तिल की बुवाई किसानों ने की थी, लेकिन लगातार बारिश के कारण दलहनी फसलों में काफी मात्रा में नुकसान पहुंचा है. भीलवाड़ा शहर सहित गंगापुर कस्बे में सुबह 6:00 बजे से ही रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. इसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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सिंचाई विभाग ने बनाया कंट्रोल रूम : लगातार बारिश और नदी, तालाबों में पानी की आवक को देखते हुए इस बार भीलवाड़ा सिंचाई विभाग ने कंट्रोल रूम की स्थापना की है. जिले के प्रमुख मेजा बांध, कोठारी बांध, खारी बांध, सरेरी बांध, उम्मेद सागर, नाहर सागर व अरवड़ बांध में पानी की आवक की निगरानी रखी जा रही है. विभाग ने अधिकारियों को फील्ड में मौजूद रहने के साथ ही आपदा की स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिए हैं.
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर नमित मेहता और जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत भी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. वहीं, तमाम बांधों का निरीक्षण करने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मुस्तैद रहने निर्देश दिए गए हैं. जिले में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारियों, तहसीलदार और विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.