दौसा. जिले के बांदीकुई थाना क्षेत्र में सोमाड़ा के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर शनिवार को सुबह 7 बजे एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई. इस भीषण सड़क हादसे में कार में सवार दादी-पोते सहित 3 लोग गंभीर घायल हो गए. इन्हें बांदीकुई थाना पुलिस ने दौसा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां से प्राथमिक उपचार के बाद दादी और पोते को गंभीर हालत में जयपुर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान दादी की मौत हो गई.
बांदीकुई थाना प्रभारी सुरेंद्र मलिक ने बताया कि कार सवार लोग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से होते हुए दिल्ली से जयपुर की ओर जा रहे थे. इस दौरान सुबह करीब 7 बजे थाना क्षेत्र के सोमाड़ा के पास ड्राइवर को झपकी आ गई. ऐसे में कार अनियंत्रित होकर एक्सप्रेसवे के किनारे पलट गई. हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एनएचएआई की एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे के वक्त कार में जयपुर निवासी शांता बाई (60) पत्नी नानजी, पोता प्रयाग (7) पुत्र महेश चौधरी और महेश चौधरी उनकी पत्नी और बेटी सवार थे. ऐसे में शांता देवी, प्रयाग और महेश हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए. सब इंस्पेक्टर भरतलाल ने बताया कि जिला अस्पताल में शांता देवी और पोता प्रयाग की हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टर ने उन्हें जयपुर रेफर कर दिया, लेकिन जयपुर में इलाज के दौरान शांता देवी की मौत हो गई. गंभीर घायल पोते का इलाज जयपुर में किया जा रहा है. साथ ही महेश का जिला अस्पताल में इलाज किया गया.
ये है हादसों का बड़ा कारण: बांदीकुई थाना प्रभारी सुरेंद्र मलिक के अनुसार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई द्वारा चिह्नित जगहों पर रेस्ट एरिया बनाया हुआ है. यहां चाय, कॉफी और नाश्ते की स्टॉल लगी हुई है, लेकिन ये महंगी होती है. इस कारण यहां वाहन चालक नहीं रुकते. इस बीच लंबा सफर तय करने के चलते ड्राइवर को झपकी आ जाती है और वह हादसे का शिकार हो जाते है. दूसरा कारण वाहनों की ओवरस्पीड होती है. तेज गति से चलाने के कारण चालक वाहन पर से अपना नियंत्रण खो देते हैं और वे हादसे का शिकार हो जाते हैं.