जोधपुर: अधिवक्ता परिषद् की प्रान्त एवं महानगर इकाई के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को परिषद का 32वां स्थापना दिवस मनाया गया. कार्यक्रम का आयोजन उच्च न्यायालय परिसर स्थित एडवोकेट्स एसोसिएशन के पुस्तकालय कक्ष में किया गया. कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण सत्र वक्फ कानून में संसद द्वारा किए गए संशोधनों पर केंद्रित था.
अतिरिक्त महाधिवक्ता श्यामसुंदर लदरेचा ने इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी और बताया कि वक्फ कानून में प्रस्तावित संशोधन पूरी तरह सकारात्मक और जनोपयोगी हैं. इन संशोधनों का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व बढ़ाना है. इसके अलावा कानून में प्रस्तावित संशोधनों से वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली में सुधार और विवादों के निस्तारण की प्रक्रिया में तेजी आएगी. उन्होंने मौजूदा वक्फ कानून के प्रावधानों की विधिक समीक्षा करते हुए इसकी खामियां गिनाईं.
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इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में जोधपुर प्रान्त के महामंत्री श्याम पालीवाल ने अधिवक्ता परिषद की स्थापना के उद्देश्य पर विस्तृत जानकारी दी. पालीवाल ने कहा कि परिषद् का मुख्य लक्ष्य वकीलों में राष्ट्रवादी विचार का पोषण करना है. उन्होंने परिषद् की स्थापना से अब तक की प्रमुख उपलब्धियों और चुनौतियों का भी उल्लेख किया. समारोह में अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश पंवार, बंशीलाल भाटी, नाथूसिंह राठौड़, प्रवीण खंडेलवाल, इन्द्रराज चौधरी, महावीर बिश्नोई, दीपक चौधरी, नरेंद्र सिंह राजपुरोहित एवं नीरज गुर्जर, बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के सदस्य देवेन्द्र सिंह महलाना सहित कई वरिष्ठ वकील, कानूनी विशेषज्ञ, और अधिवक्ता परिषद के सदस्य शामिल हुए.