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'शिक्षक भर्ती का श्रेय लेने वाले पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देने का वादा क्यों नहीं पूरा किया?' तेजस्वी पर भड़के सुशील मोदी - बिहार में नौकरी

Sushil Kumar Modi: बिहार में सरकारी नौकरी देने को लेकर बीजेपी और आरजेडी आमने-सामने आ गए हैं. तेजस्वी यादव के दावे पर राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने पलटवार करते हुए कहा कि पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देने का वादा तो 17 महीनों में पूरा नहीं कर पाए, अब 1.22‌ लाख शिक्षकों को नौकरी देने का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं.

सुशील कुमार मोदी
सुशील कुमार मोदी
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 30, 2024, 7:05 AM IST

पटना: बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछली महागठबंधन सरकार में शिक्षा मंत्री विभागीय सचिव से लड़ते रहे और चार महीने तक कार्यालय नहीं गए. रामचरित मानस पर टिप्पणी कर द्वेष फैलाते रहे लेकिन उसके नेता तेजस्वी यादव सत्ता से बाहर होने पर 1.22‌ लाख शिक्षकों को नौकरी देने का श्रेय लेने की कोशिश कैसे कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि इसमें मंत्री का क्या रोल था?

सरकारी नौकरी को लेकर बोले बीजेपी सांसद: सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार की नियुक्तियां मुख्यमंत्री के नीतिगत निर्णय और उनकी सम्मति से हुईं, जबकि आरजेडी केवल शेखी बघारने में लगा है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि महागठबंधन सरकार कैबिनेट की पहली बैठक में दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा 17 महीनों में पूरा क्यों नहीं कर सकी. मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री के नाते बिहार के अस्पतालों को अधमरा कर आईसीयू में भर्ती करा दिया. वे 17 महीनों में 17 डॉक्टर भी नियुक्त नहीं कर पाए.

तेजस्वी पर भड़के सुशील मोदी: बीजेपी सांसद ने कहा कि तेजस्वी यादव न क्रिकेट में सफल हो पाए, न खेल मंत्री के नाते 17 महीनों में पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को जर्जर हालत से उबार सके. मात्र 75 खिलाड़ियों को नौकरी देकर वे अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी देने की नीति एनडीए सरकार के समय से लागू है, लेकिन हर बात का श्रेय वे लोग लेना चाहते हैं, जिनकी सरकार‌ें घोटाले,‌ भ्रष्टाचार और माफियाओं को संरक्षण देने के लिए कुख्यात रहीं.

ये भी पढ़ें: 'यूपी में घंटी बाबा की सरकार, नौकरी के लिए बिहार आ रहे युवा', दरभंगा में तेजस्वी यादव का बीजेपी पर तंज

पटना: बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछली महागठबंधन सरकार में शिक्षा मंत्री विभागीय सचिव से लड़ते रहे और चार महीने तक कार्यालय नहीं गए. रामचरित मानस पर टिप्पणी कर द्वेष फैलाते रहे लेकिन उसके नेता तेजस्वी यादव सत्ता से बाहर होने पर 1.22‌ लाख शिक्षकों को नौकरी देने का श्रेय लेने की कोशिश कैसे कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि इसमें मंत्री का क्या रोल था?

सरकारी नौकरी को लेकर बोले बीजेपी सांसद: सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार की नियुक्तियां मुख्यमंत्री के नीतिगत निर्णय और उनकी सम्मति से हुईं, जबकि आरजेडी केवल शेखी बघारने में लगा है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि महागठबंधन सरकार कैबिनेट की पहली बैठक में दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा 17 महीनों में पूरा क्यों नहीं कर सकी. मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री के नाते बिहार के अस्पतालों को अधमरा कर आईसीयू में भर्ती करा दिया. वे 17 महीनों में 17 डॉक्टर भी नियुक्त नहीं कर पाए.

तेजस्वी पर भड़के सुशील मोदी: बीजेपी सांसद ने कहा कि तेजस्वी यादव न क्रिकेट में सफल हो पाए, न खेल मंत्री के नाते 17 महीनों में पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को जर्जर हालत से उबार सके. मात्र 75 खिलाड़ियों को नौकरी देकर वे अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी देने की नीति एनडीए सरकार के समय से लागू है, लेकिन हर बात का श्रेय वे लोग लेना चाहते हैं, जिनकी सरकार‌ें घोटाले,‌ भ्रष्टाचार और माफियाओं को संरक्षण देने के लिए कुख्यात रहीं.

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