बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में रील्स बनाने वाला छात्र ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. बंद कमरे में उसने आत्महत्या कर ली. नयागांव थाना क्षेत्र का रहने वाला 17 वर्षीय लड़की की तरह सज-धजकर सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाता था. घटना के दिन मां ने डांट लगायी थी.
सोशल मीडिया पर बनाता था रील्स: परिजनों के मुताबिक लड़का 10वीं का छात्र था. पढ़ाई करने के साथ-साथ फेसबुक, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब के लिए रील्स बनाता था. लड़की के कपड़े पहनकर सजधकर रील्स बनाता था और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करता था.
बंद कमरे में दे दी जान: परिजन के अनुसार शनिवार की शाम 4 बजे रील्स बनाकर घर आया था. इसी दौरान मां ने डांट लगायी थी. हालांकि मां रील्स बनाने को लेकर गुस्सा थी, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. जानकारी के अनुसार खाना खाने को लेकर डांट लगायी थी. घर आने के बाद उसने खाना खाया और खुद को कमरे में बंद कर आत्महत्या कर ली.
दरवाजा तोड़कर निकाला शव: इधर, घटना के कुछ देर बाद मां दरवाजा खुलवाने के लिए गयी तो अंदर से बंद था. इसके बाद आसपास के लोगों को बुलायी. लोगों ने कमरे का गेट तोड़ा तो फंदे से झूल रहा था. इसके बाद लोगों ने नयागांव थाना को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
"लड़का रील्स बनाने का काम किया करता था. आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. लड़के ने आत्महत्या क्यों किया है, यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल मे लगी हुई है." -जीतेन्द्र कुमार, थानाध्यक्ष, नयागांव
क्यों की आत्महत्या: रिश्तेदार ने बताया कि मृतक लड़का और लड़की दोनों भेष मे रील्स बनाता थ. रील्स बनाने को लेकर इस तरह की घटना नहीं हुई है. आत्महत्या करने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं है. गावं की मुखिया ने बताया कि लड़का पढ़ने लिखने में बहुत अच्छा था.
"पिछले तीन चार साल से रील्स बनाने का काम करता था. मां ने उसको खाना खाने के लिए कहा था. खाना खाने के बाद जब उसकी मां उसको देखने गई तो वो फंदे से लटककर अपनी जान दे चूका था." -मुखिया
काफी थे फॉलोअर्स: लड़के के इंस्टाग्राम पर लगभग 3247 फॉलोअर्स हैं. यूट्यूब पर लगभग 9.89K और फेसबुक पर भी अच्छा खासा फॉलोर्स हैं. सोशल मीडिया पर रील्स बनाने को लेकर अपने जिले में काफी फेमस हो गया था. इनके फैन्स भी बन गए थे.
लौंडा नाच था प्रसिद्ध: बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि कोई लड़का लड़की के वेश में अपने कला को प्रदर्शित कर रहा था. बिहार के भिखारी ठाकुर ने देश से लेकर विदेशों तक लौंडा नाच को प्रसिद्धि दिलाई थी. उस वक्त सोशल मीडिया होता तो भिखाड़ी ठाकुर का भी वीडियो मौजूद होता.
भिखारी ठाकुर को नहीं मिला सम्मान: भिखारी ठाकुर को भोजपुरी का शेक्सपियर भी कहा जाता है. इन्होंने लौंडा नाच को प्रसिद्धि लेकिन सम्मान नहीं मिला. इसलिए आज तक इनके लिए भारत रत्न की मांग हो रही है.
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