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लज्जाराम अभी जिंदा हैं... फिरोजाबाद में फिल्म 'कागज' जैसी कहानी, बुजुर्ग को मुर्दा बताकर बंद किया राशन - ALIVE DECLARED DEAD

अजब-गजब यूपी: खुद को जीवित साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा ग्रामीण, नहीं मिल रहीं सरकारी सुविधाएं.

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पीड़ित बुजुर्ग लज्जाराम. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 13 hours ago

Updated : 8 hours ago

फिरोजाबाद: अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म कागज की जो कहानी है, वह अब रियल लाइफ में भी देखने को मिल रही है. कहानी के अनुसार गांव का एक शख्स जो जिंदा होता है उसे सरकारी कागजों में मृत दिखाकर रिश्तेदार उसकी जमीन अपने नाम कर लेते हैं. फिर कैसे वह अपने आप को जिंदा साबित करता है, उसके संघर्ष को कागज फिल्म में दिखाया गया है. ऐसी ही कहानी यूपी के फिरोजाबाद में भी देखने को मिल रही है.

यहां एक बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के पास चक्कर काट रहा है. उसको मृत दिखाकर उसका नाम राशन कार्ड से काट दिया गया है. इसके बाद से उसे सरकारी राशन और अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इतना ही नहीं, उसके परिवार में फर्जी तरीके से 8 बेटों और पुत्रवधू के नाम जोड़कर राशन भी निकाला गया है.

फिरोजाबाद के लज्जाराम ने कैमरे के सामने बताया अपना दर्द. (Video Credit; ETV Bharat)

मामला फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद इलाके के गांव बोझिया लक्ष्मी नगर का है. यहां के रहने वाले दलित लज्जाराम कठेरिया की उम्र 58 वर्ष है. वह अपनी पत्नी सीमा के साथ गांव के मकान में रहते हैं. उनके कोई संतान नहीं है. 29 अक्टूबर 2024 को उन्हें मृत दर्शा दिया गया और राशन कार्ड से उनका नाम काट दिया गया. इसके चलते नवंबर और दिसम्बर का राशन उन्हें नहीं मिला.

जब वह राशन लेने के लिए पहुंचे तो डीलर ने उन्हें बताया कि उसका नाम राशन कार्ड से कट गया है. क्योंकि किसी ने उसे मृत बताकर सप्लाई विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी. लज्जाराम ने जब यह बात गांव वालों को बताई तो यह मामला सुर्खियों में आया. लज्जाराम ने डीलर से भी मदद मांगी. साथ ही शिकोहाबाद तहसील पहुंचकर सप्लाई इंस्पेक्टर से भी गुहार लगाई कि उसे जिंदा दर्शाकर उसका राशन दिलाया जाए.

लज्जराम का कहना है कि डीलर और तहसील के कर्मचारियों की लापरवाही से उसको मृत दर्शाया गया है. अगर वह कागजों में मृत ही रहा तो उसे अन्य योजनाओं और सुविधाओं का लाभ कैसे मिल पाएगा? लज्जराम ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर इस पूरे मामले की जानकारी शेयर की है.

साथ ही उसने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसे फिर से कागजों में जीवित किया जाए, जिससे वह फिर से राशन और अन्य सुविधाओं का लाभ ले सके. इस संबंध में एसडीएम शिकोहाबाद अंकित वर्मा का कहना है कि मामला जानकारी में आया है. प्रकरण की जांच कराई जा रही है कि आखिर लापरवाही किस स्तर पर हुई. दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः नए साल के जश्न में हुड़दंग किया तो पुलिस भेजेगी जेल, आगरा में एडवाइजरी जारी

फिरोजाबाद: अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म कागज की जो कहानी है, वह अब रियल लाइफ में भी देखने को मिल रही है. कहानी के अनुसार गांव का एक शख्स जो जिंदा होता है उसे सरकारी कागजों में मृत दिखाकर रिश्तेदार उसकी जमीन अपने नाम कर लेते हैं. फिर कैसे वह अपने आप को जिंदा साबित करता है, उसके संघर्ष को कागज फिल्म में दिखाया गया है. ऐसी ही कहानी यूपी के फिरोजाबाद में भी देखने को मिल रही है.

यहां एक बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के पास चक्कर काट रहा है. उसको मृत दिखाकर उसका नाम राशन कार्ड से काट दिया गया है. इसके बाद से उसे सरकारी राशन और अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इतना ही नहीं, उसके परिवार में फर्जी तरीके से 8 बेटों और पुत्रवधू के नाम जोड़कर राशन भी निकाला गया है.

फिरोजाबाद के लज्जाराम ने कैमरे के सामने बताया अपना दर्द. (Video Credit; ETV Bharat)

मामला फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद इलाके के गांव बोझिया लक्ष्मी नगर का है. यहां के रहने वाले दलित लज्जाराम कठेरिया की उम्र 58 वर्ष है. वह अपनी पत्नी सीमा के साथ गांव के मकान में रहते हैं. उनके कोई संतान नहीं है. 29 अक्टूबर 2024 को उन्हें मृत दर्शा दिया गया और राशन कार्ड से उनका नाम काट दिया गया. इसके चलते नवंबर और दिसम्बर का राशन उन्हें नहीं मिला.

जब वह राशन लेने के लिए पहुंचे तो डीलर ने उन्हें बताया कि उसका नाम राशन कार्ड से कट गया है. क्योंकि किसी ने उसे मृत बताकर सप्लाई विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी. लज्जाराम ने जब यह बात गांव वालों को बताई तो यह मामला सुर्खियों में आया. लज्जाराम ने डीलर से भी मदद मांगी. साथ ही शिकोहाबाद तहसील पहुंचकर सप्लाई इंस्पेक्टर से भी गुहार लगाई कि उसे जिंदा दर्शाकर उसका राशन दिलाया जाए.

लज्जराम का कहना है कि डीलर और तहसील के कर्मचारियों की लापरवाही से उसको मृत दर्शाया गया है. अगर वह कागजों में मृत ही रहा तो उसे अन्य योजनाओं और सुविधाओं का लाभ कैसे मिल पाएगा? लज्जराम ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर इस पूरे मामले की जानकारी शेयर की है.

साथ ही उसने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसे फिर से कागजों में जीवित किया जाए, जिससे वह फिर से राशन और अन्य सुविधाओं का लाभ ले सके. इस संबंध में एसडीएम शिकोहाबाद अंकित वर्मा का कहना है कि मामला जानकारी में आया है. प्रकरण की जांच कराई जा रही है कि आखिर लापरवाही किस स्तर पर हुई. दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.

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Last Updated : 8 hours ago
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