धौलपुर. जिले के बाड़ी शहर में असामाजिक तत्वों की एक पत्थरबाज गैंग सक्रिय हो गई है. गैंग में मौजूद करीब एक दर्जन युवक लामबंद होकर शहर के गली मोहल्ले में घूमते हुए मकानों पर पत्थर फेंकते हैं, जिससे लोगों में भारी दहशत देखी जा रही है. शहर के छपेटी पाड़ा मोहल्ले की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. शहरवासियों ने घटना से पुलिस को अवगत भी कराया है, लेकिन पुलिस असामाजिक तत्वों को पकड़ने में अभी तक नाकाम साबित रही है.
नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रतिनिधि भगवती प्रसाद मित्तल ने बताया कि बाड़ी शहर के प्रमुख बाजार व गली, मौहल्लों में मौजूदा वक्त में एक असामाजिक तत्वों की पत्थरबाज गैंग सक्रिय हो गई है. असामाजिक तत्वों की गैंग में करीब एक दर्जन नौजवान युवक हैं. युवक रात में 12 बजे से शहर में उपद्रव मचाना शुरू करते हैं. टीम बनाकर सभी युवक शहर के एक गली या मोहल्ले को टारगेट कर उसमें घुस जाते हैं. उसके बाद मकान की छत, दीवार, खिड़कियां और दरवाजों पर पत्थर फेंकते हैं. इससे लोग जग जाते हैं. पत्थरबाज गैंग से शहर के लोगों में भारी दहशत देखी जा रही है. हालांकि, अभी तक अप्रिय घटना सामने नहीं आई है, लेकिन महिला-पुरुष व बच्चों में भारी भय देखा जा रहा है.
इसे भी पढ़ें - मध्यप्रदेश से गिरफ्तार हुआ इनामी बदमाश, ठिकाने बदलकर पुलिस को कर रहा था गुमराह
घटना को लेकर थाना प्रभारी शिव लहरी मीणा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस युवकों की तलाश कर रही है. आरोपियों को शीघ्र चिन्हित कर मामले में कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा. बाड़ी शहर के गली मोहल्ले में रात में गस्त व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा दिया है.
वारदात सीसीटीवी में कैद : पत्थरबाज गैंग की हरकत सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुकी है. करीब एक दर्जन युवक हाथों में पत्थर लेकर भागते हुए छपेटी पाड़ा मोहल्ले में दिखाई दिए. कुछ युवकों ने मकानों पर पत्थर फेंके. पत्थरों की आवाज से लोग घरों से जगकर बाहर निकल आते हैं, लेकिन पत्थरबाज गैंग के युवक फरार हो जाते हैं.
इसे भी पढ़ें - धौलपुर में दो इनामी बदमाश गिरफ्तार, पीट-पीट कर की थी रिंकू गुर्जर की हत्या
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल : बाड़ी शहर में पत्थरबाज गैंग विगत कई दिनों से सक्रिय बताई जा रही है. घटना को लेकर स्थानीय पुलिस को भी शहर के लोगों ने अवगत करा दिया है, लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक मामले में ठोस कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया है. आरोपियों की घटना एवं फोटो सीसीटीवी कैमरा में कैद होने के बावजूद भी पुलिस के हाथ आरोपियों के गिरेबान तक नहीं पहुंचे हैं. जिस वजह से शहर के लोगों में पुलिस की कार्यशैली एवं रात्रि गस्त व्यवस्था को लेकर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.