पटना: बिहार के हर पंचायत में जल्द ही एक खेल मैदान होगा. मनरेगा के तहत राज्य की सभी पंचायतों में खेल मैदान बनाया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभा को बेहतर प्लेटफार्म विभिन्न खेल प्रतियोगिता की तैयारी करने के लिए मिल सके. ग्रामीण विकास विभाग ने सभी ग्राम पंचायतों के लिए बास्केटबॉल, बैडमिंटन और वॉलीबॉल जैसी खेलों की संरचनाओं का निर्माण कराने का लक्ष्य रखा है.
बिहार के सभी पंचायत में खेल मैदान: बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने ईटीवी भारत से बातचीत में बिहार सरकार के इस योजना के बारे में विस्तार से बातचीत की. पंचायती राज मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कल्पना है कि बिहार के ग्रामीण इलाकों के प्रतिभावान बच्चों को आगे नौकरी में प्रशिक्षण हेतु एवं अन्य खेलों के लिए हर एक पंचायत में खेल मैदान बनाया जाए. इस मैदान में खेलने के सामान भी युवाओं को उपलब्ध कराए जाएंगे.
मैदान में होगा रनिंग ट्रैक: ग्रामीण कार्य मंत्री केदार गुप्ता ने बताया कि युवाओं को सभी तरीके का विकास हो सके इसके लिए हर एक पंचायत में खेल का मैदान बनाने की योजना है. इस खेल के मैदान में रनिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा ताकि युवाओं को दौड़ने के प्रैक्टिस के लिए बाहर नहीं जाना पड़े और यदि यहां वहां प्रैक्टिस करेंगे तो उनको पुलिस एवं मिलिट्री की नौकरी में सहायता मिलेगी.
2025 तक लक्ष्य पूरा करने का संकल्प: पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने बताया कि बिहार के सभी पंचायतों में इसकी प्रक्रिया चल रही है. सभी प्रखंड के अंचल अधिकारी को उनको जिम्मेदारी दी गई है. सभी पंचायत में इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले करीब करीब सभी पंचायत में इस तरीके के खेल मैदान बन जाएंगे. इसके साथ-साथ सभी पंचायत में पंचायत सरकार भवन भी बनकर तैयार हो जाएंगे ताकि गांव के लोगों को प्रखंड एवं जिला स्तर तक नहीं दौड़ना पड़े.
6324 मैदानों का चयन हुआ: राज्य से अब तक 6324 स्थलों का चयन करते हुए ग्रामीण विकास विभाग को सूची भेजी गई है. इसमें से चार एकड़ तक के बड़े खेल मैदान के लिए 1272 स्थल, एक से डेढ़ एकड़ तक के 2121 और एक एकड़ से कम के लिए 2931 स्थल चिह्नित कर भेजे गए हैं. जिन पंचायतों में खेल भूमि उपलब्ध नहीं है वहां के अंचलाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को स्थल चयन की जिम्मेदारी दी गई है.
तीन तरह के मैदान बनाने की योजना: पंचायत में बनने वाला खेल का मैदान तीन कैटेगरी का बनाये जाएंगे. पहले कैटेगरी में चार एकड़ जमीन पर खेल का मैदान बनाने की योजना दूसरे कैटेगरी में एक से डेढ़ एकड़ के एरिया में खेल मैदान बनाने की योजना है एवं तीसरे कैटेगरी में 1 एकड़ से कम जहां सरकारी भूमि है. वहां भी छोटा मैदान बनाने की योजना है. ग्रामीण विकास विभाग की ओर से खेल मैदान का नक्शा तैयार कर सभी जिलों को भेजा गया है.
इन खेलों का ट्रैक बनेगा: पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने बताया कि चार एकड़ वाले मैदान में रनिंग ट्रैक, फुटबाल कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, खोखो, बैडमिंटन कोर्ट, कबड्डी मैदान के साथ लांग जंप और हाई जंप के लिए कोर्ट बनाने की योजना है. छोटे मैदान में चार प्रकार के खेलों की व्यवस्था रहेगी. इसमें वॉ लीबाल, बास्केटबाल, बैडमिंटन और रनिंग ट्रैक बनाया जाएगा.
10 से 17 लाख का बजट: गांव में बनने वाले खेल के मैदान को बनाने के पीछे सरकार 10 लाख से लेकर 17 लाख रुपए तक का बजट तय किया है. बड़े खेल मैदान को विकसित करने में करीब 17 लाख रुपये से अधिक खर्च किया जाएगा. इसके तहत मैदान के चारों ओर पौधे भी लगाये जाएंगे. इसके अलावा ओपेन जिम और चेंजिंग रूम के साथ महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा.
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