देवघर:अगले दो दिनों में वर्ष 2025 का आगमन हो जाएगा. नए साल पर देवघर के बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.
एसडीओ ने की थी तैयारी की समीक्षा
नव वर्ष को लेकर पिछले दिनों मंदिर प्रभारी सह देवघर एसडीओ रवि कुमार के नेतृत्व में एक बैठक की गई थी. जिसमें एसडीओ ने नए साल में मंदिर में उमड़ने वाली संभावित भीड़ को देखते हुए पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा था कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका विशेष ख्याल रखा जाए. इसके लिए जवानों और मजिस्ट्रेट की तैनाती का भी निर्देश दिया गया था.
मंदिर के प्रबंधक ने दी जानकारी
वहीं बाबा मंदिर में नव वर्ष की तैयारी को लेकर मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त बताते हैं कि आजकल 1 जनवरी को लोग पिकनिक मनाने से ज्यादा मंदिरों में जाते हैं, क्योंकि उनकी यह सोच होती है कि साल के पहले दिन भगवान का आशीर्वाद मिल जाए तो पूरा साल बेहतर जाएगा. इसी सोच के साथ श्रद्धालु देवघर के बैद्यनाथ मंदिर पहुंचते हैं और भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. उन्होंने बताया कि मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था को लेकर जिले के अधिकारी सजग हैं और मंदिर प्रबंधन के लोगों से समन्वय बनाकर काम करने का दिशा निर्देश दिया है.
व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए श्रद्धालु
वहीं इस संबंध में मंदिर में पूजा करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि इंतजाम बेहतर है. जरूरत है व्यवस्था को और भी मजबूत बनाने की, ताकि नए साल में मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को पूजा करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. वहीं इस संबंध में नेपाल के काठमांडू से पूजा करने पहुंचीं आरती कुमारी ने कहा कि देवघर के बैद्यनाथ मंदिर में सिर्फ देश से ही नहीं, बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं. इस मंदिर की मान्यता बहुत पुरानी है और यहां पर आकर लोगों को शांति मिलती है.
बताते चलें कि नव वर्ष पर लोग खुशियां मनाने के लिए अपने परिवार के साथ विभिन्न पिकनिक स्पॉटों का रूख करते हैं, लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जो नव वर्ष के मौके पर अपने परिवार के साथ मंदिरों में दर्शन करने के लिए जाते हैं और परिवार के लिए सुख और समृद्धि की कामना करते हैं. गौरतलब हो कि 1 जनवरी से पहले से ही देवघर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन द्वारा किए गए इंतजाम से श्रद्धालुओं को कितनी राहत मिल पाती है.
ये भी पढ़ें-