लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से शुक्रवार को मंगेश यादव के परिजनों ने पार्टी मुख्यालय लखनऊ में मुलाकात की. पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मंगेश यादव को पुलिस ने घर से उठाकर फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी. मंगेश यादव के पिता, मां और बहन ने अखिलेश यादव को जानकारी दी. अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया.
तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2024
इस प्रकरण की गहन जाँच और सख़्त कार्रवाई ही क़ानून-व्यवस्था में जनता के खोये हुए विश्वास को वापस ला सकती… pic.twitter.com/7wnWnlJ5NE
जौनपुर के गांव अगरौरा थाना बक्सा से आए मंगेश यादव के पिता राकेश यादव, मां शीला देवी और बहन प्रिंसी यादव ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. सुल्तानपुर के सर्राफ की दुकान पर 28 अगस्त 2024 को लूट हुई थी. उन्होंने बताया कि 2 सितम्बर 2024 की रात 02ः00 बजे पुलिस मंगेश को घर से उठाकर ले गई. 3-4 सितम्बर 2024 को दिन में पुलिस घर आई और कहा कि पूछताछ हो रही है. तुम्हारा लड़का छोड़ दिया जाएगा. 5 सितम्बर 2024 को पुलिस अभिरक्षा में फर्जी एनकाउण्टर में हत्या कर दी गई. पुलिस वालों ने कहा जाओ सुल्तानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में लाश ले आओ.
पीड़ित परिवारीजनों का आरोप है कि पुलिस ने जबरदस्ती दबाव डालकर वीडियो बनाया है, जिसमें झूठ के सिवा कुछ नहीं है. जो वीडियो पुलिस प्रसारित कर रही है उसमें दबाव में उनसे मनमाफिक बयान दिलवाया गया है. पूरा गांव सच्चाई बता रहा है. पुलिस मंगेश को जबरदस्ती अपराधी बताकर पुलिस एनकाउंटर कर वाहवाही लूट रही है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारीजनों को भरोसा दिया कि उनके बेटे की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का नया तरीका है, किसी को भी उठाओ, झूठी कहानी बनाओ और परिवार पर दबाव डालकर सच का ही एनकाउंटर कर दो. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में एनकाउंटर आंकड़ा, गैरकानूनी हत्याओं की नाइंसाफी का भी आंकड़ा और साथ ही पीडीए के विरूद्ध अन्याय का आंकड़ा है. पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों पर रोज ही अत्याचार हो रहे हैं. अन्याय और अत्याचार के खिलाफ समाजवादी पार्टी सदैव आवाज उठाती रही है.