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रोडवेज के संविदा कर्मचारियों के आएंगे अच्छे दिन, सोलर से जगमाएंगे यूपी के बस अड्डे

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के फैसले से यात्रियों और कर्मचारियों का होगा भला, बस अड्डों का सर्वे शुरू

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

बस अड्डों पर लगेंगे सोलर पैनल.
बस अड्डों पर लगेंगे सोलर पैनल. (Etv Bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का हर बस स्टेशन अब सोलर पैनल से जगमगाएगा. प्रदेश के सभी बस स्टेशनों और वर्कशॉप का प्रतिमाह करीब एक करोड़ रुपये का बिल परिवहन निगम को भरना पड़ता है. जब सोलर पैनल से बस स्टेशन लैस हो जाएंगे तो बिजली बिल का पैसा बचेगा और इससे परिवहन निगम यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा. साथ ही जो पुराने संविदा ड्राइवर और कंडक्टर हैं, उनके वेतन में भी बढ़ोतरी किए जाने का प्लान है. यूपीनेडा की तरफ से बस स्टेशनों का सर्वे शुरू कर दिया गया है.

बता दें कि परिवहन निगम के प्रदेश में 300 से ज्यादा बस स्टेशन हैं. इनमें 249 परिवहन निगम के और 51 बस स्टेशन किराए पर हैं. जबकि कार सेक्शन को मिलाकर 115 से ज्यादा वर्कशॉप हैं. इन सभी बस स्टेशनों और कार्यशालाओं पर 25 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया जाएगा. अभी तक उत्तर प्रदेश में एकमात्र कैसरबाग बस स्टेशन ही सोलर पैनल से जगमगाता है. सोलर पैनल से ही बस स्टेशन का एसी प्लांट संचालित होता है. वर्ष 2016 में कैसरबाग बस स्टेशन में एसी प्लांट और सोलर पैनल इंस्टाल किया गया था. अब इसी तर्ज पर सभी बस स्टेशन सोलर पैनल की रोशनी से रोशन करने की तैयारी है.

बस स्टेशन अब सोलर पैनल से जगमगाएगा (Video Credit; ETV Bharat)


बिजली जाते ही अंधेरे में डूब जाते हैं बस स्टेशनः पीपीपी मॉडल पर बनने वाले 23 बस स्टेशन पर सोलर पैनल लगाने का काम जिन फर्मों को दिया गया है, संबंधित फर्म ही सोलर पैनल लगाने का काम करेगी. इन 23 बस स्टेशनों के अलावा 48 और बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर देने की तैयारी है. यहां भी सोलर पैनल संबंधित फर्म ही लगाएगी. बता दें कि दूरदराज जिलों में तमाम ऐसे छोटे बस स्टेशन हैं, जहां पर रात में अगर बिजली चली गई तो अंधेरा ही छाया रहता है. जब इन बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लग जाएंगे तो यात्रियों को यहां पर बैठने में कोई असुविधा नहीं होगी. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना भी घटित नहीं होगी.

हर माह 95 लाख रुपये बिजली बिल चुकता है परिवहन निगमः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अपने निजी बस स्टेशनों और 115 कार्यशालाओं में बिजली खर्च के एवज में 95 लाख रुपये बिजली का बिल अदा करता है. सोलर पैनल लगने से इन पैसों की सीधे तौर पर बचत होगी. इन पैसों से ही परिवहन निगम बस स्टेशन पर जो भी यात्री सुविधा बढ़ानी हैं उनको बढ़ाने पर खर्च करेगा.परिवहन निगम के अधिकारी ये भी बताते हैं कि रोडवेज के हजारों संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का प्लान है.

उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम के अपने ढाई सौ बस स्टेशन हैं और 115 कार्यशालाएं हैं. इनमें 20 रीजनल वर्कशॉप हैं. इन सभी बस स्टेशनों और वर्कशॉप की छत पर सोलर पैनल लगाए जाने की योजना है. इसके लिए यूपीनेडा ने सर्वे शुरू कर दिया है. अभी उत्तर प्रदेश में सिर्फ कैसरबाग बस स्टेशन और परिवहन निगम मुख्यालय के दफ्तर पर ही सोलर पैनल लगा है. अब सभी बस स्टेशन और वर्कशॉप को भी सोलर पैनल से लैस करने की तैयारी है. सभी बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने का काम जिस कंपनी को ठेका मिलेगा, वही करेगी. -अजीत सिंह, प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता-परिवहन निगम



इसे भी पढ़ें-यूपी रोडवेज के ड्राइवर-कंडक्टरों को वर्दी भत्ता मिलने का रास्ता साफ, खाते में पहुंचेंगे 1800 रुपये

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का हर बस स्टेशन अब सोलर पैनल से जगमगाएगा. प्रदेश के सभी बस स्टेशनों और वर्कशॉप का प्रतिमाह करीब एक करोड़ रुपये का बिल परिवहन निगम को भरना पड़ता है. जब सोलर पैनल से बस स्टेशन लैस हो जाएंगे तो बिजली बिल का पैसा बचेगा और इससे परिवहन निगम यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा. साथ ही जो पुराने संविदा ड्राइवर और कंडक्टर हैं, उनके वेतन में भी बढ़ोतरी किए जाने का प्लान है. यूपीनेडा की तरफ से बस स्टेशनों का सर्वे शुरू कर दिया गया है.

बता दें कि परिवहन निगम के प्रदेश में 300 से ज्यादा बस स्टेशन हैं. इनमें 249 परिवहन निगम के और 51 बस स्टेशन किराए पर हैं. जबकि कार सेक्शन को मिलाकर 115 से ज्यादा वर्कशॉप हैं. इन सभी बस स्टेशनों और कार्यशालाओं पर 25 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया जाएगा. अभी तक उत्तर प्रदेश में एकमात्र कैसरबाग बस स्टेशन ही सोलर पैनल से जगमगाता है. सोलर पैनल से ही बस स्टेशन का एसी प्लांट संचालित होता है. वर्ष 2016 में कैसरबाग बस स्टेशन में एसी प्लांट और सोलर पैनल इंस्टाल किया गया था. अब इसी तर्ज पर सभी बस स्टेशन सोलर पैनल की रोशनी से रोशन करने की तैयारी है.

बस स्टेशन अब सोलर पैनल से जगमगाएगा (Video Credit; ETV Bharat)


बिजली जाते ही अंधेरे में डूब जाते हैं बस स्टेशनः पीपीपी मॉडल पर बनने वाले 23 बस स्टेशन पर सोलर पैनल लगाने का काम जिन फर्मों को दिया गया है, संबंधित फर्म ही सोलर पैनल लगाने का काम करेगी. इन 23 बस स्टेशनों के अलावा 48 और बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर देने की तैयारी है. यहां भी सोलर पैनल संबंधित फर्म ही लगाएगी. बता दें कि दूरदराज जिलों में तमाम ऐसे छोटे बस स्टेशन हैं, जहां पर रात में अगर बिजली चली गई तो अंधेरा ही छाया रहता है. जब इन बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लग जाएंगे तो यात्रियों को यहां पर बैठने में कोई असुविधा नहीं होगी. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना भी घटित नहीं होगी.

हर माह 95 लाख रुपये बिजली बिल चुकता है परिवहन निगमः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अपने निजी बस स्टेशनों और 115 कार्यशालाओं में बिजली खर्च के एवज में 95 लाख रुपये बिजली का बिल अदा करता है. सोलर पैनल लगने से इन पैसों की सीधे तौर पर बचत होगी. इन पैसों से ही परिवहन निगम बस स्टेशन पर जो भी यात्री सुविधा बढ़ानी हैं उनको बढ़ाने पर खर्च करेगा.परिवहन निगम के अधिकारी ये भी बताते हैं कि रोडवेज के हजारों संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का प्लान है.

उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम के अपने ढाई सौ बस स्टेशन हैं और 115 कार्यशालाएं हैं. इनमें 20 रीजनल वर्कशॉप हैं. इन सभी बस स्टेशनों और वर्कशॉप की छत पर सोलर पैनल लगाए जाने की योजना है. इसके लिए यूपीनेडा ने सर्वे शुरू कर दिया है. अभी उत्तर प्रदेश में सिर्फ कैसरबाग बस स्टेशन और परिवहन निगम मुख्यालय के दफ्तर पर ही सोलर पैनल लगा है. अब सभी बस स्टेशन और वर्कशॉप को भी सोलर पैनल से लैस करने की तैयारी है. सभी बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने का काम जिस कंपनी को ठेका मिलेगा, वही करेगी. -अजीत सिंह, प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता-परिवहन निगम



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