बलरामपुर: डूमरखी के जंगल से युवक युवती का शव बरामद हुआ था. शव की बरामदगी के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा. मृतक युवक बजरंग दल का जिला सह संयोजक था. हत्याकांड को लेकर हिंदू संगठनों ने सरकार से नाराजगी भी जताई थी. बाद में हिंदू संगठनों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. विवाद बढ़ने पर खुद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जांच के लिए एसआईटी टीम गठित करने का आदेश दिया. शनिवार को एसआईटी टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल को देखा.
एसआईटी टीम ने शुरु की जांच: 27 मई को डूमरखी के जंगल से सुजीत स्वर्णकार की लाश मिली थी. मौके से एक युवती की डेड बॉडी भी मिली पाई गई. लाश मिलने के बाद स्थानीय लोगों का कहना था कि युवक युवती की हत्या कर यहां फेंका गया है. हिंदू संगठन से जुड़े लोगों का आरोप था कि गो तस्करों ने दोनों की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के मकसद ये जंगल में फेंका. शुरुआती दौर में चल रही पुलिस की जांच को लेकर पीड़ित परिवार और हिंदू संगठन के लोग संतुष्ट नहीं थे. बाद में सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एसआईटी टीम गठित कर दी.
''SIT की टीम कल से ही आई हुई है. कल से ही उन्होंने केस की फाइल और अन्य चीजें चेक करना शुरू किया है. आज घटनास्थल पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया है. पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक युवक और युवती की मौत के मामले में तीन लोगों को अबतक गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच में ये बात सामने आई है कि मौत की वजह करंट लगना है. एसआईटी की टीम अपने तरीके से जांच कर रही है. - निमेष बरैया, ASP, बलरामपुर
सुजीत स्वर्णकार की हत्या पर हुआ था चक्काजाम: सुजीत की हत्या के बाद नाराज लोगों ने चक्काजाम भी किया था. खुद रामानुजगंज से विधायक और कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे. परिवार के लोगों ने मांग थी कि स्पेशल टीम हत्याकांड की जांच करे. परिवार और हिंदू संगठनों की मांग के बाद एसआईटी टीम गठित की गई. टीम ने आज घटनास्थल को बारिकी से देखा है. उम्मीद है जल्द ही इस हत्याकांड के ऊपर से पर्दा उठेगा और सच्चाई सबके सामने आएगी.