श्योपुर। श्योपुर जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में कुछ दिन पहले शराब पार्टी का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में मुकेश मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही पूरे मामले को उजागर किया जाएगा. लेकिन इस मामले में आगे की कार्रवाई नहीं की गई. दो दिन पहले मुकेश मीणा ने प्रेस वार्ता कर भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी थी. जब सुनवाई नहीं हुई तो मुकेश मीणा ने थाना कोतवाली के सामने गांधी पार्क में आमरण अनशन शुरू कर दिया.
अनशन स्थल पर समर्थन देने आने लगे शहरवासी
अब अनशन पर बैठे युवक के समर्थन में शहरवासी सामने आने लगे हैं. बता दें कि मुकेश ने प्रशासन से अनशन पर बैठने की अनुमति मांगी थी लेकिन जिला प्रशासन ने यातायात बाधित होने का हवाला देते हुए अनुमति निरस्त कर दी थी. इसके बाद मुकेश हिरनीखेड़ा ने सोशल मीडिया पर समर्थकों से गांधी पार्क में आने का आह्वान किया था. उसने कहा था "प्रशासन चाहे मुझे गिरफ्तार करे या मेरे ऊपर और केस लगाये मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं."
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युवक ने प्रशासन के सामने 3 मागें रखीं
जिला प्रशासन द्वारा धरना प्रदर्शन की अनुमति निरस्त करने के बाद मुकेश मीणा द्वारा लगाये गये टेंट को प्रशासन ने उखाड़ दिया है. इसके बाद वह मुंह पर गमछा बांधकर बिना किसी को बताये चुपचाप गांधी पार्क पहुंचा और गाँधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर धरने की शुरुआत की. मुकेश मीणा की मुख्य तीन मांगें हैं. मुख्य मांग है कि उसके खिलाफ हुई एफआईआर को वापस लिया जाए, दूसरी मांग जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को हटाया जाए, तीसरी मांग में जो लोग जिला अस्पताल के शराब पार्टी के मामले में दोषी हों, उन पर एफआईआर की जाए.