श्योपुर। कहते हैं कि अच्छे संस्कार तो परिवार की परवरिश से मिल जाते हैं, लेकिन धर्म का रास्ता धर्मगुरु बताते हैं. यही वजह कि भारत में बचपन से ही मंदिर जाने की एक परंपरा रही है. भगवान के बाद मंदिर में उनकी सेवा करने वाले पुजारी को भी उतना ही सम्मान दिया जाता है. लेकिन जिस तरह से हालात बदले हैं. लोग अब मंदिर और पुजारियों को भी नहीं बख्श रहे, श्योपुर के एक मंदिर की जमीन हड़पने के लिये भू-माफिया गुंडों ने मंदिर के पुजारी को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. घायल हालत में मिले पुजारी की जान बचाने के लिए उसे ग्वालियर रैफर करना पड़ा.
मंदिर की जमीन हथियाना चाहते हैं दबंग
मामला श्योपुर जिले के मानपुर क्षेत्र के रामबड़ौदा गांव का है. जहां गांव के मंदिर में महावीर नाम का पुजारी कई वर्षों से नियुक्त है. उनका परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी इसी मंदिर पर पूजा पाठ करते आ रहा है. मंदिर की जमीन पर परिवार के पालन पोषण और मंदिर की देखरेख के लिए खेती करता है, लेकिन गांव के कुछ दबंग उस मंदिर की जमीन को हथियाना चाहते हैं, जिसको लेकर कई बार पुजारी से गाली-गलौज एवं जान से मारने की धमकी भी दी गई.
पुजारी को विरोध करना पड़ा भारी
बार-बार पुजारी द्वारा जमीन पर कब्जा ना करने देने और कब्जे का विरोध करना भारी पड़ गया, क्योंकि दबंगों ने एकजुट होकर पुजारी पर रविवार शाम हमला कर दिया था. लाठी डंडों से मारपीट कर दी थी और उसे अधमरी हालत में खेत में पड़ा छोड़ गये. जब उस जगह से गांव के लोग गुजरे तो घायल पुजारी को पड़ा देख तुरंत आनन फानन में एक वाहन के जरिये जिला अस्पताल के लिए भेजा. जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने पुजारी की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तत्काल ग्वालियर के लिए रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज जारी है.
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ग्रामीणों ने किया एसपी कार्यालय का घेराव
सोमवार को सभी गांव के लोगों ने पुजारी के साथ हुई घटना को लेकर आरोपी रामकरण, लक्ष्मीनारायण, शम्भू ,रामराज के खिलाफ इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें योगी समाज ने भी साथ में एसपी ऑफिस का घेराव किया. आरोपी दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ ही तुरंत गिरफ्तारी कर जेल भेजने की मांग रखी. वहीं अधिकारियों ने भी आश्वासन देते हुए मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.