लक्सर: तहसील के कबूलपुर रायघटी में गांव के दबंगों द्वारा स्कूल के लिए प्रस्तावित भूमि कब्जाने का मामला सामने आया है. जिसकी ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी से शिकायत की है. ग्रामीणों ने पत्र देकर इसकी शिकायत की गई है. उपजिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को इस मामले में जांच आदेश दे दिए हैं.
ग्रामीणों ने बताया इस मामले की शिकायत शिक्षा विभाग से लेकर शिक्षा मंत्री व उप जिलाधिकारी से भी पहले कई बार की जा चुकी है. आज तक किसी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते दबंगों का कब्जा आज भी बना हुआ है. यही वजह है कि लक्सर प्रशासन इस कब्जे को हटाने में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है. लक्सर उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने कहा स्कूल की जमीन पर कब्जे की शिकायत मेरे पास आई थी. जिसे शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है. साथ ही बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि मामले की तत्काल जांच कराई जाए. रिपोर्ट तैयार कर तत्काल प्रेषित की जाए. आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी.
बता दें यह पहला मामला नहीं है जब सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया है. कुछ महीने पूर्व लक्सर कोतवाली क्षेत्र के ही कंकरखाता गांव में दो दर्जन मकानों को धराशाई किया गया. ग्रामीणों द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके इमारत तैयार कर ली गई थी. जिसकी शिकायत प्रशासन से की गई. प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए लगभग दो दर्जन भवनों को तोड़कर धराशाई किया. इसके अलावा तहसील प्रशासन ने खानपुर के चंद्रपुरी बांगर में पंचायत की तीन हजार बीघा जमीन से अवैध कब्जे हटवाया.
चंद्रपुरी बांगर के मौजा बानूवाला चखेरी की करीब साढ़े तीन हजार बीघा जमीन है. 1990 में ग्रामसभा ने 175 गरीब परिवारों को इस जमीन पर काश्त के पट्टे दिए थे. इसे लेकर कोर्ट में केस चला. 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने सारे पट्टे कैंसिल कर दिए. बाद में इनमें से कुछ लोगों ने जमीन पर कब्जा दर्शाकर धारा 229 बी के तहत एसडीएम कोर्ट में केस किया. तब से स्थानीय किसानों के अलावा सीमापार के सैकड़ों लोग इस जमीन पर कब्जा कर फसल उगा रहे थे. वर्तमान प्रधान रीना चौधरी ने इसकी शिकायत की. शिकायत पर तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ राजस्व टीम व खानपुर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे. टीम ने जमीन पर ट्रैक्टर चलाकर फसल नष्ट किया. इस कार्रवाई लोगों में हड़कंप मच गया था.