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नौतपा की शुरुआत के साथ ही बढ़ी गर्मी, विभागों ने की ये खास तैयारी... गर्मी से ऐसे करें बचाव - Scorching heat in Rajasthan

राजस्थान में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए सभी सरकारी विभाग अलर्ट मोड पर है. गर्मी से राहत दिलाने के लिए विभागों ने खास इंतजाम किए हैं. उदयपुर के एमबी चिकित्सालय में कूलर और एसी की व्यवस्था की गई है तो वहीं, श्रीगंगानगर में सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. लू तापघात के मरीजों के लिए वार्ड रिजर्व किए गए हैं. इसके साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों तक प्रचार प्रसार सहित ओआरएस के पैकेट भी पहुंचाए गए हैं.

SCORCHING HEAT IN RAJASTHAN
राजस्थान में भीषण गर्मी (फोटो : ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 26, 2024, 10:31 AM IST

राजस्थान में भीषण गर्मी (वीडियो : ईटीवी भारत)

उदयपुर/श्रीगंगानगर. दक्षिणी राजस्थान में भी चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों को परेशान और बेहाल कर रखा है. जहां एक और राजस्थान में गर्मी का तापमान अर्धशतक पार कर चुका है. मेवाड़ के सबसे बड़े अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय में भी गर्मी के रौद्र रूप का असर देखा जा रहा है. भीषण गर्मी को देखते हुए यहां अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई है, जिसके तहत एक विशेष वार्ड भी बनाया गया है. वहीं अन्य वार्डों में कूलर और पंखों के साथ ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई है. गर्मी में बच्चों का किस प्रकार ध्यान रखें और क्या सावधानियां अपनाएं, इसके लिए एमबी अस्पताल के अधीक्षक आरएल सुमन ने विशेष जानकारी दी है.

गर्मी को देखते हुए विशेष तैयारी : एमबी अस्पताल में हर रोज हजारों की संख्या में मरीज उपचार करने के लिए पहुंचते हैं, तो वहीं दूसरी ओर चिलचिलाती गर्मी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने विशेष तैयारी की है. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि राज्य सरकार ने नौतपा को लेकर जिस तरह अलर्ट घोषित कर रखा है, इसके लिए हमने पहले से ही तैयारी कर रखी है. उन्होंने बताया कि अस्पताल के अंदर वार्ड में विशेष कूलर, आईसीयू और बच्चों के वार्ड में एसी की व्यवस्था की गई है. वहीं मेडिकल इमरजेंसी में 10 बेड को भी रिजर्व रखा गया है. उन्होंने बताया कि गर्मी को देखते हुए कोई भी मरीज बाहर से या शहर से आता है तो पहले उसे वार्ड में भर्ती कर स्टेबलाइजर करने के बाद आगे का इलाज शुरू किया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में 24 घंटे कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं.

गर्मी में बच्चों का रखें विशेष ध्यान : अधीक्षक ने बताया कि गर्मी में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में जरूरी काम हो तो ही अपने घरों से बाहर निकले. उन्होंने बताया कि बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बार-बार पानी पिलाना चाहिए, जिससे शरीर में पानी की कमी ना हो. इसके अलावा घरों से बाहर निकलते समय भी अपने साथ पानी की बोतल रखें. इसलिए गर्मी में 8 से 10 पानी के गिलास पिएं. वहीं नींबू पानी, नारियल पानी और दूसरे इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक से भी फायदा होता है. गर्मियों में हल्के रंग के सूती और ढीले कपड़े पहनने चाहिए.

इसे भी पढ़ें- झुलसती गर्मी से बचने के लिए लोग लगा रहे एक से बढ़कर एक जुगाड़, Video देख आप भी कहेंगे वाह - Jugaad To Protect From Heat

3-4 लीटर पानी पीएं : उन्होंने बताया कि दिन के समय 11 बजे से लेकर शाम तक घर में ही रहना चाहिए. गर्मी को देखते हुए हल्का और संतुलित भोजन ही करना चाहिए. इसके अलावा फल और सब्जियों का भी भरपूर उपयोग करना चाहिए. वहीं गर्मी में खीरा, तरबूज और अन्य फल भी खाने चाहिए. गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या बेहद आम है, क्योंकि इस समय हमें पानी की ज्यादा जरूरत होती है. इसलिए डिहाइड्रेशन से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना बहुत जरूरी है. शरीर में पानी की कमी हो जाने से चक्कर, सिर दर्द, उल्टी जैसा महसूस हो सकता है. कोशिश करें कि गर्मियों में 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिएं.

इधर, श्रीगंगानगर में डीएम ने लिया संज्ञान : श्रीगंगानगर में भी जिला प्रशासन द्वारा गर्मी से बचाव के लिए सभी तरह के इंतजाम किये जा रहे हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु ने बताया कि सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है. नगरपरिषद सड़कों पर पानी छिड़काव के साथ सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल और छाया की व्यवस्था कर रही है. चिकित्सा विभाग को इलाज के लिए सभी तरह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही विद्युत और पेयजल विभाग को भी सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से करने के लिए निर्देशित किया गया है.

बता दें कि बढ़ती गर्मी के कारण अस्पताल में मरीज बढ़ने लगे हैं. वहीं सड़कें सूनी नजर आने लगी हैं. सीएमएचओ डॉ.अजय सिंगला ने बताया कि जिले भर के अस्पतालों में माकूल व्यवस्थाएं की गई है. लू तापघात के मरीजों के लिए वार्ड रिजर्व किए गए हैं. इसके साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों तक प्रचार प्रसार सहित ओआरएस के पैकेट भी पहुंचाए गए हैं. अस्पताल में डाक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.

राजस्थान में भीषण गर्मी (वीडियो : ईटीवी भारत)

उदयपुर/श्रीगंगानगर. दक्षिणी राजस्थान में भी चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों को परेशान और बेहाल कर रखा है. जहां एक और राजस्थान में गर्मी का तापमान अर्धशतक पार कर चुका है. मेवाड़ के सबसे बड़े अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय में भी गर्मी के रौद्र रूप का असर देखा जा रहा है. भीषण गर्मी को देखते हुए यहां अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई है, जिसके तहत एक विशेष वार्ड भी बनाया गया है. वहीं अन्य वार्डों में कूलर और पंखों के साथ ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई है. गर्मी में बच्चों का किस प्रकार ध्यान रखें और क्या सावधानियां अपनाएं, इसके लिए एमबी अस्पताल के अधीक्षक आरएल सुमन ने विशेष जानकारी दी है.

गर्मी को देखते हुए विशेष तैयारी : एमबी अस्पताल में हर रोज हजारों की संख्या में मरीज उपचार करने के लिए पहुंचते हैं, तो वहीं दूसरी ओर चिलचिलाती गर्मी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने विशेष तैयारी की है. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि राज्य सरकार ने नौतपा को लेकर जिस तरह अलर्ट घोषित कर रखा है, इसके लिए हमने पहले से ही तैयारी कर रखी है. उन्होंने बताया कि अस्पताल के अंदर वार्ड में विशेष कूलर, आईसीयू और बच्चों के वार्ड में एसी की व्यवस्था की गई है. वहीं मेडिकल इमरजेंसी में 10 बेड को भी रिजर्व रखा गया है. उन्होंने बताया कि गर्मी को देखते हुए कोई भी मरीज बाहर से या शहर से आता है तो पहले उसे वार्ड में भर्ती कर स्टेबलाइजर करने के बाद आगे का इलाज शुरू किया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में 24 घंटे कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं.

गर्मी में बच्चों का रखें विशेष ध्यान : अधीक्षक ने बताया कि गर्मी में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में जरूरी काम हो तो ही अपने घरों से बाहर निकले. उन्होंने बताया कि बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बार-बार पानी पिलाना चाहिए, जिससे शरीर में पानी की कमी ना हो. इसके अलावा घरों से बाहर निकलते समय भी अपने साथ पानी की बोतल रखें. इसलिए गर्मी में 8 से 10 पानी के गिलास पिएं. वहीं नींबू पानी, नारियल पानी और दूसरे इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक से भी फायदा होता है. गर्मियों में हल्के रंग के सूती और ढीले कपड़े पहनने चाहिए.

इसे भी पढ़ें- झुलसती गर्मी से बचने के लिए लोग लगा रहे एक से बढ़कर एक जुगाड़, Video देख आप भी कहेंगे वाह - Jugaad To Protect From Heat

3-4 लीटर पानी पीएं : उन्होंने बताया कि दिन के समय 11 बजे से लेकर शाम तक घर में ही रहना चाहिए. गर्मी को देखते हुए हल्का और संतुलित भोजन ही करना चाहिए. इसके अलावा फल और सब्जियों का भी भरपूर उपयोग करना चाहिए. वहीं गर्मी में खीरा, तरबूज और अन्य फल भी खाने चाहिए. गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या बेहद आम है, क्योंकि इस समय हमें पानी की ज्यादा जरूरत होती है. इसलिए डिहाइड्रेशन से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना बहुत जरूरी है. शरीर में पानी की कमी हो जाने से चक्कर, सिर दर्द, उल्टी जैसा महसूस हो सकता है. कोशिश करें कि गर्मियों में 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिएं.

इधर, श्रीगंगानगर में डीएम ने लिया संज्ञान : श्रीगंगानगर में भी जिला प्रशासन द्वारा गर्मी से बचाव के लिए सभी तरह के इंतजाम किये जा रहे हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु ने बताया कि सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है. नगरपरिषद सड़कों पर पानी छिड़काव के साथ सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल और छाया की व्यवस्था कर रही है. चिकित्सा विभाग को इलाज के लिए सभी तरह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही विद्युत और पेयजल विभाग को भी सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से करने के लिए निर्देशित किया गया है.

बता दें कि बढ़ती गर्मी के कारण अस्पताल में मरीज बढ़ने लगे हैं. वहीं सड़कें सूनी नजर आने लगी हैं. सीएमएचओ डॉ.अजय सिंगला ने बताया कि जिले भर के अस्पतालों में माकूल व्यवस्थाएं की गई है. लू तापघात के मरीजों के लिए वार्ड रिजर्व किए गए हैं. इसके साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों तक प्रचार प्रसार सहित ओआरएस के पैकेट भी पहुंचाए गए हैं. अस्पताल में डाक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.

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