नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट से लोगों की जान जा रही है. देश के करोड़ों लोगों की जान की बात है, लेकिन सरकार चुप है. ऐसे में केंद्र सरकार से सवाल पूछना पड़ रहा है कि वह लोगों की जान बचाने के लिए क्या कर रहे हैं. क्योंकि बिना वैक्सीन लगवाए सफर करने सहित तमाम काम करने से लोगों को केंद्र सरकार ने रोक दिया था.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले दो-तीन सालों में हजारों उदाहरण सुने हैं, जिसमें जवान लड़का शादी में डांस करते करते गिरा और मौत हो गई. शादी में लड़की वरमाला लेकर खड़ी है स्टेज पर हार्ट अटैक हुआ और दम तोड़ देती है. रामलीला के अभिनय करते करते व्यक्ति की मौत हो गई. ऐसे तमाम वीडियो सामने आ चुके हैं. ये तो कार्यक्रम में होने के नाते वीडियो बन गई. लोगों को पता चल गया. लेकिन हजारों लोग ऐसे हैं, जो दिनचर्या के अंदर दम तोड़ चुके हैं. उनका वीडियो नहीं है.
जब कोई दम तोड़ता था तब लोगों के मन में यह सवाल उठता था कि कहीं कोरोना की वैक्सीन की वजह से मौत तो नहीं हुई. अब तक शक था लेकिन आज यूके के एक कोर्ट में एक दवा कंपनी पर एक हजार करोड़ का दावा ठोका गया. ये दावा उन लोगों ने ठोका है, जिनकी वैक्सीन के बाद मौत हो गई. दो दिन पहले एक्स्ट्रा जेनिका नाम की दवा कंपनी ने यह बात मानी है कि इनकी जो वैक्सीन थी जो भारत के अंदर सेरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया की कोविशील्ड नाम की वैक्सीन दी गई. सरकार द्वारा जिसे प्रमोट किया गया. इस वैक्सीन के बारे में एक्स्ट्रा जेनिका कंपनी ने कोर्ट में कहा कि इसके कुछ साइड इफेक्ट हैं. इसकी वजह से ब्लड में क्लॉटिंग होती है. प्लेटलेट्स काउंट कम होता है, जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक और हार्टअटैक आ सकते हैं.
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2021 मार्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविशील्ड पर यूरोप के देशों में इस वैक्सीन को लेकर शक हो गया था. उन्होंने इसका इस्तेमाल वैन कर दिया था. जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड, डेनमार्क, आयरलैंड, आइसलैंड, आस्ट्रिया समेत कई देशों ने कोविशील्ड को वैन कर दिया था. लेकिन भारत सरकार कैंप लगवाकर लोगों को वैक्सीन लगवा रही थी. नियम बना वैक्सीन लगवाए आने जाने व कई कामों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. लोगों की जानें जा रही हैं. वैक्सीन के घातक परिणाम सामने आ चुके हैं. लेकिन सरकार कुछ बताने को राजी नहीं है कि उनका देश के लोगों को बचाए रखने का क्या प्लान है.
स्कूलों में बम की धमकी देने वालों को 24 घंटे में पकड़े पुलिसः भाजपा प्रवक्ता एक रात पहले कहते हैं कि इस तरह की देश में घटनाएं सामने आने वाली हैं. अपने सीट के नीचे देखिए बम हो सकता है. अगले ही दिन ही स्कूलों में बम की धमकी दी जा रही है. दिल्ली पुलिस को दो दिन के अंदर धमकी देने वालों को सामने ला सकती है तो ठीक है. यदि उन्हें नहीं तलाश पाती है तो समझ में आता है कि इसके पीछे कौन लोग हैं.
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