वाराणसी : जिले में हो रहे अवैध निर्माण को रोकने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने अब सेटेलाइट का सहारा ले रहा है. वीडीए ने एनफोर्समेंट जियोट्रिक्स सॉफ्टवेयर के जरिए शहर का सैटेलाइट सर्वे शुरू किया है. इसमें शनिवार को कुछ हैरान करने वाली जानकारी सामने आई. दशाश्वमेध क्षेत्र में दो मैरिज लॉन अवैध निर्माण में पकड़े गए. प्राधिकरण ने काम बंद करवा दिया. दोनों मैरिज लॉन के मालिकों को नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी अवैध निर्माण मिले हैं. यह सर्वे 850 गांवों के साथ शहरी क्षेत्र में भी जारी रहेगा.
वाराणसी विकास प्राधिकरण अवैध निर्माण को लेकर सक्रिय हो गया है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग का कहना है कि सॉफ्टवेयर एनफोर्समेंट जियोट्रिक्स के जरिए परिक्षेत्र की डिजिटल मैपिंग कराई जा रही है. इससे अवैध निर्माण को पकड़ा जाएगा. साथ ही शहर की वास्तविक तस्वीर भी सामने आएगी.
वाराणसी विकास प्राधिकरण का विकास क्षेत्र कुल लगभग 1073 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इसमें नगर निगम, वाराणसी के संपूर्ण क्षेत्र सहित कुल 850 गांव सम्मिलित हैं. इस विकास क्षेत्र को कार्यहित में 05 जोन में बांटा गया है. वाराणसी के 631 गांव सहित चन्दौली जिले के 170 गांव एवं मिर्जापुर जिले के 49 गांव भी इसमें शामिल हैं.
इन इलाकों में अनधिकृत प्लाटिंग एवं अवैध निर्माण पर नियंत्रण लगाने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से ‘इन्फोर्समेट जियोट्रिक्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से सेटेलाइट डाटा के आधार पर नव निर्माणों एवं अवैध प्लाटिंग की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है.
उपाध्यक्ष वीडीए पुलकित गर्ग ने बताया कि तकनीकी टीम ने प्रथम चरण में 1000 वर्ग मीटर से बड़े 49 नव निर्माणों का चिन्हांकन किया गया है. सैटेलाइट इमेज के आधार पर जोन-01 में 1000 वर्गमीटर से बड़े 02 निर्माण स्थलों की मौके पर जांच की गई. इनकका मानचित्र स्वीकृत पाया गया. इसी प्रकार जोन-03 दशाश्वमेध में 02 लॉन (दुल्हन पैलेस मैरिज लॉन एवं मौर्य मंगलम लॉन) में अवैध निर्माण किया जा रहा था. उन्हें नोटिस जारी किया गया.
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