सहरसा: बिहार के सहरसा में शुक्रवार की देर रात तकरीबन 10 बजकर 40 मिनट में आरण गांव के वार्ड नं 11 में रहने वाले बीरेंद्र यादव नामक व्यक्ति ने सदर थाना में लिखित आवेदन दिया. आवेदन में आरोप लगाया कि अज्ञात अपराधियों के द्वारा फिरौती के लिए उसके पुत्र नीतीश कुमार का सदर थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा और सिविल कोर्ट के रास्ते से अपहरण कर लिया गया. सहरसा पुलिस ने सदर थाना में मामला दर्ज कर एक टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की.
ऐसे पकड़े गये अपराधीः साइबर डीएसपी अजित कुमार ने बताया कि अपहृत युवक की बरामदगी के लिए जो टीम गठित की गयी थी उसमें सदर थाना अध्य्क्ष श्रीराम सिंह, सौरबाजार थाना अध्य्क्ष अविनाश सिंह और डीआईओ टीम के सदस्यों को शामिल किया गया था. टीम ने तकनीकी विश्लेषण और मानवीय सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए अपहृत नीतीश कुमार को दो घण्टे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया. अपहरण कांड में शामिल 4 अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
मांग रहा था फिरौतीः साइबर डीएसपी ने बताया कि अपहृत नीतीश कुमार के मोबाइल से अपहरणकर्ताओं के द्वारा बार बार फिरौती के लिए 50 हजार का डिमांड की जा रही थी. उसी मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस सौरबाजर थाना क्षेत्र के भवटीया स्थित अररहा गांव वार्ड नं 3 से अभियुक्त को गिरफ्तार किया. जिसमें एक अभियुक्त का नाम आलोक कुमार है. दूसरे अभियुक्त का नाम मोहम्मद सद्दाम है. तीसरे अभियुक्त का नाम तनवीर है और चौथे अभियुक्त का नाम मोहम्मद मनोवर है. चारों अभियुक्तों में आलोक कुमार का आपराधिक इतिहास रहा है.
"शुक्रवार को एक युवक नीतीश कुमार का अपहरण कर लिया गया था. पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू की. अपहृत के फोन से फिरौती की मांग की जा रही थी. उस नंबर को ट्रेस कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया."-अजित कुमार, साइबर डीएसपी
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