सागर: हर मंगलवार को होने वाली जन सुनवाई में लोग अलग-अलग तरीके शिकायत लेकर पहुंचते हैं. सागर में मंगलवार को जिला कलेक्टर कार्यालय में उस वक्त सनसनी फैल गयी. जब एक महिला ने कलेक्टर कार्यालय परिसर में एक पेड़ पर रस्सी डालकर फंदा लगाने की कोशिश की. मौके पर मौजूद लोगों ने महिला को रोक लिया. बताया जा रहा है कि महिला को पट्टे की जमीन मिली थी, लेकिन किसी दूसरी महिला ने उसके पति को बहला फुसलाकर अपने नाम करा ली थी.
क्या है मामला
जिला कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान फिर हंगामे की स्थिति बन गयी. दरअसल, जिला कलेक्टर कार्यालय में अपनी शिकायत लेकर पहुंची एक महिला भूरीबाई आदिवासी ने कलेक्टर परिसर में एक पेड़ पर रस्सी के सहारे फंदा लगाने की कोशिश की. मौके पर मौजूद दूसरे लोगों ने महिला को पकड़ लिया और उसको समझाइश देकर शांत किया. दरअसल, महिला बीना विकासखंड के बसारी गांव की रहने वाली है. महिला का आरोप है कि "वह पिछले 5 सालों से अपनी शिकायत लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है, लेकिन अधिकारी उसकी नहीं सुन रहे हैं.
महिला का आरोप है कि कि कुछ लोगों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है और धोखे से जमीन अपने नाम भी कर ली है. महिला पिछले 5 सालों से जमीन वापस पाने के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रही है, लेकिन आज दिनांक तक महिला को उसकी जमीन वापस नहीं मिल सकी है. इसी बात से परेशान होकर महिला ने कलेक्टर परिसर में जमकर हंगामा किया."
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पट्टे की जमीन की होगी जांच
भूरीबाई आदिवासी द्वारा हंगामा किए जाने के बाद जनसुनवाई में बैठे कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों ने महिला को बुलाकर उसकी शिकायत सुनी. जिसमें महिला ने बताया कि "सरकार द्वारा उसे जमीन का पट्टा दिया गया था, लेकिन एक महिला ने उसके पति को बहला फुसलाकर पट्टे की जमीन अपने नाम करा ली और उसका पति गायब हो गया. अब महिला पट्टे की जमीन पर कब्जा किए हुए है. उसकी जमीन वापस नहीं कर रही है. इस मामले में हर दफ्तर में शिकायत की, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई. मामले को सुनने के बाद एडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.