सिडनी: ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डॉन ब्रैडमैन जब खेलते थे तो वो अपने बैट से रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते थे लेकिन अब जब वो नहीं खेल रहे हैं तो उनके सामान रिकॉर्ड बना रहे हैं. वर्तमान में डॉन ब्रैडमैन की भारत के खिलाफ एक सीरीज में पहनी गई टेस्ट कैप की रिकॉर्ड तोड़ नीलामी हुई.
डॉन ब्रैडमैन की टेस्ट कैप करोड़ों में नीलाम
डॉन ब्रैडमैन की भारत के खिलाफ 1947-48 की सीरीज की टेस्ट कैप 'बैगी ग्रीन' 479,700 डॉलर (2.63 करोड़ रुपये) में नीलाम हुई. नीलामी मात्र 10 मिनट तक चली, लेकिन इस कीमती धरोहर को खरीदने के लिए कलेक्टरों ने जमकर बोली लगाई. जब अंतिम बोली लगी, तो टोपी की बोली 390,000 डॉलर लगी, जो ऑक्शन फीस के बाद बढ़कर 479,700 डॉलर (2.63 करोड़ रुपये) हो गई. जिसके बाद यह टेस्ट कैप अब तक नीलाम की गई क्रिकेट की सबसे महंगी यादगार वस्तुओं में से एक बन गई.
A baggy green that belonged to Don Bradman has been auctioned off for $390,000. @7Cricket #7NEWS pic.twitter.com/4N3cOiSgga
— 7NEWS Sydney (@7NewsSydney) December 3, 2024
ब्रैडमैन की टोपी का भारत से भी था खास कनेक्शन
नीलामी का प्रबंधन करने वाले नीलामी घर बोनहम्स ने टोपी को एक दुर्लभ कलाकृति और ब्रैडमैन के शानदार करियर से सीधे जुड़े होने का वर्णन किया. फॉक्स स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह टोपी ब्रैडमैन ने भारतीय दौरे के प्रबंधक पंकज "पीटर" कुमार गुप्ता को उपहार में दी थी. ब्रैडमैन के लिए, बैगी ग्रीन एक ऐसे करियर का प्रतिनिधित्व करता है जो क्रिकेट के इतिहास में बेजोड़ है.
माना जाता है कि यह कैप भारत के खिलाफ अंतिम सीरीज के दौरान ब्रैडमैन ने पहनी थी, जिसका ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है. 1947-48 की सीरीज में ब्रैडमैन का प्रदर्शन असाधारण था. घरेलू धरती पर अपनी अंतिम टेस्ट सीरीज में, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने 178.75 की औसत से सिर्फ छह पारियों में 715 रन बनाए थे, जिसमें तीन शतक और एक दोहरा शतक शामिल था.
डॉन ब्रैडमैन को "द डॉन" के नाम से जाना जाता है
ब्रैडमैन को अब तक का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है, जिन्होंने 52 टेस्ट मैचों में 13 अर्द्धशतक और 29 शतकों सहित 6996 रन बनाए हैं। सबसे लंबे प्रारूप में, प्रसिद्ध बल्लेबाज के नाम सबसे अधिक दोहरे शतक (12) और संयुक्त रूप से सबसे अधिक तिहरे शतक (2) हैं. उनका सर्वकालिक उच्चतम टेस्ट बल्लेबाजी औसत 99.94 एक स्थायी बेंचमार्क बन गया है.
डॉन ब्रैडमैन, जिन्हें अक्सर "द डॉन" के नाम से जाना जाता है, ने क्रिकेट की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है. खुली पिचों और सीमित सुरक्षात्मक गियर के युग में गेंदबाजों पर हावी होने की उनकी क्षमता ने उन्हें एक खेल आइकन बना दिया. 2001 में 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.