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सागर में संचालित मौलाना आजाद स्कूल है या अवैध मदरसा, आगे की कार्रवाई पर सबकी नजर - Sagar Maulana Azad School

मध्यप्रदेश के सागर में संचालित मौलाना आजाद स्कूल को लेकर विवाद जारी है. राज्य बाल आयोग की टीम ने यहां कई अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं. आयोग ने कहा कि यहां स्कूल के नाम पर मदरसा चल रहा है. हालांकि जमीयत उलेमा ए हिंद का कहना है कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही स्कूल संचालित हो रहा है.

sagar Maulana Azad School
सागर में संचालित मौलाना आजाद स्कूल है या अवैध मदरसा (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 3:17 PM IST

Updated : Aug 13, 2024, 4:05 PM IST

सागर। मध्यप्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम द्वारा पिछले हफ्ते शुक्रवार को परसोरिया में स्थित मौलाना आजाद स्कूल का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के बाद बताया गया कि स्कूल में कई तरह की अनियमितताएं हैं. बाल संरक्षण आयोग का कहना है कि स्कूल की मान्यता पर अवैध रूप से मदरसा संचालित किया जा रहा है. बाल संरक्षण आयोग के आरोपों के बाद जमीयत उलेमा ए हिंद ने अपनी सफाई पेश की है और बाल आयोग के आरोपों को निराधार बताया है.

बाल संरक्षण आयोग ने क्या आरोप लगाए

मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह राजपूत के नेतृत्व में आयोग की टीम ने पिछले शुक्रवार को परसोरिया के मौलाना आजाद स्कूल का निरीक्षण किया था और कहा "स्कूल की मान्यता पर यहां पर मदरसा चलाया जा रहा है. स्कूल के पास आठवीं तक की मान्यता है. लेकिन नौवीं और दसवीं के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. स्कूल के छात्रावास में इबादतखाना है. जहां पर बच्चे खाना खाते हैं, वहां मस्जिद भी है. बच्चों की यूनिफॉर्म मुस्लिम परिधान की तरह है. उन्हें स्कूल की तरह यूनिफॉर्म नहीं, बल्कि कुर्ता, पजामा और जालीदार टोपी पहनाई जाती है. स्कूल में स्थानीय बच्चों को एडमिशन नहीं दिए जाते हैं."

जमीयत उलेमा ए हिंद के सागर इकाई के महासचिव मुक्ति अबरार उल हक (ETV BHARAT)

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बाल आयोग के आरोपों पर जमीअत उलेमा ए हिंद की सफाई

जमीयत उलेमा ए हिंद के सागर इकाई के महासचिव मुक्ति अबरार उल हक ने वीडियो जारी कर कहा है "सागर के परसोरिया गांव में स्थित मौलाना अब्दुल एजुकेशन कैंपस पहले दिन से सरकारी गैर सरकारी गाइडलाइन का पालन कर रहा है. हम वहां सिर्फ वही गतिविधियां संचालित कर रहे हैं, जिसकी हमें अनुमति है. वहां पर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, जो शासन की गाइडलाइन है. हमारा कहना है कि गाइडलाइन के पालन और अनुमति को लेकर किसी तरह का भ्रम ना पालें."

सागर। मध्यप्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम द्वारा पिछले हफ्ते शुक्रवार को परसोरिया में स्थित मौलाना आजाद स्कूल का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के बाद बताया गया कि स्कूल में कई तरह की अनियमितताएं हैं. बाल संरक्षण आयोग का कहना है कि स्कूल की मान्यता पर अवैध रूप से मदरसा संचालित किया जा रहा है. बाल संरक्षण आयोग के आरोपों के बाद जमीयत उलेमा ए हिंद ने अपनी सफाई पेश की है और बाल आयोग के आरोपों को निराधार बताया है.

बाल संरक्षण आयोग ने क्या आरोप लगाए

मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह राजपूत के नेतृत्व में आयोग की टीम ने पिछले शुक्रवार को परसोरिया के मौलाना आजाद स्कूल का निरीक्षण किया था और कहा "स्कूल की मान्यता पर यहां पर मदरसा चलाया जा रहा है. स्कूल के पास आठवीं तक की मान्यता है. लेकिन नौवीं और दसवीं के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. स्कूल के छात्रावास में इबादतखाना है. जहां पर बच्चे खाना खाते हैं, वहां मस्जिद भी है. बच्चों की यूनिफॉर्म मुस्लिम परिधान की तरह है. उन्हें स्कूल की तरह यूनिफॉर्म नहीं, बल्कि कुर्ता, पजामा और जालीदार टोपी पहनाई जाती है. स्कूल में स्थानीय बच्चों को एडमिशन नहीं दिए जाते हैं."

जमीयत उलेमा ए हिंद के सागर इकाई के महासचिव मुक्ति अबरार उल हक (ETV BHARAT)

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जमीयत उलेमा ए हिंद के सागर इकाई के महासचिव मुक्ति अबरार उल हक ने वीडियो जारी कर कहा है "सागर के परसोरिया गांव में स्थित मौलाना अब्दुल एजुकेशन कैंपस पहले दिन से सरकारी गैर सरकारी गाइडलाइन का पालन कर रहा है. हम वहां सिर्फ वही गतिविधियां संचालित कर रहे हैं, जिसकी हमें अनुमति है. वहां पर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, जो शासन की गाइडलाइन है. हमारा कहना है कि गाइडलाइन के पालन और अनुमति को लेकर किसी तरह का भ्रम ना पालें."

Last Updated : Aug 13, 2024, 4:05 PM IST
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