पटना: संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह के राज्यसभा में दिए भाषण को लेकर विपक्ष हमलावर है. बिहार में भी सियासी पारा चढ़ा हुआ है. राजद कार्यालय में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस पीसी में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मंत्री शिव चंद्र राम ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर जो बात गृह मंत्री अमित शाह ने सदन के अंदर कही है वो पूरी तरह से गलत है.
अमित शाह पर RJD की आपत्तिजनक टिप्पणी: पूर्व मंत्री शिव चंद्र राम ने अमित शाह को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि जो बात उन्होंने (अमित शाह) कहा है उससे प्रमाणित होता है कि अमित शाह देश के गृह मंत्री नहीं पागल मंत्री हैं. उन्होंने जिस शब्द का इस्तेमाल किया वो निंदनीय है. बाबा साहेब इस देश के 90 फीसदी लोगों के भगवान हैं. अगर वो नहीं होते तो आज जूता सीने वाले का बेटा शिव चंद्र मंत्री नहीं होता.
मांझी और चिराग पर भी हमला: वहीं शिव चंद्र राम ने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर अमित शाह और एनडीए में ताकत है तो घोषणा करें कि हमारी पार्टी कभी भी बाबा साहब का नाम नहीं लेगी. मुंह में राम बगल में छुरी नहीं चलेगी. साथ ही चिराग पासवान और जीतन राम मांझी पर भी हमला करते हुए कहा कि उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है कि शाह के बयान पर जीतन राम मांझी और चिराग पासवान पार्लियामेंट में बैठकर मुस्कुरा रहे थे. आप दोनों भी आरक्षण का लाभ नहीं लेने की घोषणा करें.
"चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और सभी दलित सांसद जो बाबा साहब के अपमान के दौरान बैठकर सुनते और मुस्कुराते रहे, घोषणा करें कि हम बाबा साहब के आरक्षण से मिले सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे. प्रसाद रूपी आरक्षण पर इन्होंने चोट मारने का काम किया है."- शिव चंद्र राम, पूर्व मंत्री सह राजद नेता
"अमित शाह ने सदन के अंदर बाबा साहब आंबेडकर को लेकर जो बात कही हैं, उससे दलित समाज के लोग काफी आहत हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही आरक्षण विरोधी रही है. बिहार में देखिए किस तरह से प्रमोशन में आरक्षण को बंद किया गया. पूरे देश में किस तरह से आरक्षण के कोटा को घटाने का काम एनडीए की सरकार ने किया है."- शिव चंद्र राम, पूर्व मंत्री सह राजद नेता
85 प्रतिशत आरक्षण की मांग: आरजेडी नेता ने कहा कि दलित समाज के लोग जानते हैं पूरे देश में बड़े-बड़े संस्था का निजीकरण किया जा रहा है. हम लोग आरक्षण की मांग कर रहे हैं तो सरकार इसका विरोध कर रही है. अमित शाह ने जो वक्तव्य पार्लियामेंट में दिया उससे आज पिछड़ा, अति पिछड़ा के मन में बड़ी चोट पहुंची है. यह बीजेपी वाले संविधान के खिलाफ हैं, संविधान पर चोट पहुंचाते हैं. हमारे नेता तेजस्वी यादव और लालू यादव का कहना है कि अगर बाबा साहब को मानते हैं तो आरक्षण का दायरा 85 प्रतिशत किया जाए और इसे नौवीं सूची में डाला जाए.
अमित शाह ने क्या कहा था?: बता दें कि संविधान के 75 वर्ष पूरा होने पर राज्यसभा में बहस का जवाब देते हुए अमित शाह ने बाबा साहब को लेकर एक बयान दिया था. गृह मंत्री ने कहा कि आजकर आंबेडकर को लेकर फैशन चल पड़ा है. विपक्षी नेता आंबेडकर-आंबेडकर चिल्लाते हैं. अगर इतनी बार भगवान का नाम लेते, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता.
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