पटना: मई महीना यूरिनरी ब्लैडर कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं बार-बार पेशाब आए, पेशाब लाल हो, जलन हो, रात में पेशाब करने में दिक्कत हो, तो ये पेशाब की थैली में कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
कैंसर को लेकर बरते सतर्कता: ऐसे लक्षणों को महसूस करते ही सावधान हो जाने की जरूरत है. क्योंकि पेशाब की थैली में होने वाले कैंसर के बहुत से लक्षणों में ये सभी शामिल हैं. पटना के सत्यदेव सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार राजेश रंजन ने पेशाब की थैली में होने वाले कैंसर को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
इंफेक्शन से हो सकती परेशानी: डॉ. राजेश रंजन ने कहा कि, ''इसी तरह के लक्षणों के साथ ब्लैडर में ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) भी हो सकता है. यह सामान्य दवाओं से ठीक नहीं होता है. ऐसा भी हो सकता है कि इंफेक्शन की वजह से ऐसी परेशानी आ रही हो. पेशाब की थैली में स्टोन हो तब भी ऐसा हो सकता है.''
रूटीन यूरीन जांच कराएं: असल में किस कारण से ऐसी परेशानी आ रही है. यह जांच के बाद ही पता चल सकता है. इसलिए ऐसे लक्षणों का पता चलने के बाद सबसे पहले यूरोलॉजिस्ट से मिलें और बेसिक अल्ट्रसाउंड, रूटीन यूरीन जांच कराएं. अगर इससे बीमारी का पता चले तो ठीक, नहीं तो सिटी स्कैन या अन्य कई जांच कराने की जरूरत पड़ सकती है.
धूम्रपान का सेवन बंद करें: डॉ. रंजन ने बताया कि यूरिनरी ब्लड कैंसर से बचने के लिए जरूरी है कि धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन बंद करें. पेशाब लगती है तो अधिक देर पेशाब को रोक कर नहीं रखें, इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. खतरनाक केमिकल वाले जगह पर ना रहे क्योंकि दिन जगह पर हार्मफुल केमिकल रहते हैं वहां इंफेक्शन से यूरिनरी ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. नियमित रूप से व्यायाम और योग करें. संतुलित भोजन करें. पेसाब से संबंधित कोई शिकायत होती है तो अविलंब यूरोलॉजिस्ट से मिलें.
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