रीवा: मऊगंज जिले की पुलिस ने हैरान कर देने वाली चोरियों की वारदातों का खुलासा किया है. पुलिस ने तीन शातिर चोरों को पकड़ने में सफलता हासिल की है. इनमें से एक चोर ऐसा भी है, जिसका एक जुड़वा और हमशक्ल भाई भी है. इन दो मास्टर माइंड हमशक्ल भइयों के शातिराना अंदाज के बारे में सुनकर आपका भी दिमाग घूम जाएगा. यें दोनों जुड़वा भाई इतने शातिर हैं कि इन्होंने अच्छे अच्छे चोरों को भी पीछे छोड़ दिया.
इस तरह पुलिस को गुमराह करते थे हमशक्ल चोर
जब यह किसी चोरी की वारदात को अंजाम देते थे, तब वारदात के वक्त एक भाई किसी अन्य स्थान पर CCTV कैमरे की निगरानी में रहता था. वहीं दूसरा भाई किसी अन्य स्थान पर अपने अन्य साथियों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देता था. इस तरह से एक भाई घटना को अंजाम देने के बाद दूसरे भाई की मदद से पुलिस को चकमा देकर खुद को निर्दोष साबित कर लेता था.
पुलिस के लिए मुसीबत बने गये थे ये चोर
मऊगंज पुलिस ने बुधवार को चोरी की एक वारदात का खुलासा किया है. चोरी की वारदात में शामिल तीन चोर भी पुलिस के हत्थे चढ़े. ये चोर पिछले कई दिनों से पुलिस के लिए मुसीबत बने हुए थे. बीते दिनों 23 दिसंबर की रात मऊगंज थाना क्षेत्र के चाक मोड़ में रहने वाले सत्यभान सोनी के सूने आवास को इन शातिर चोरों ने निशाना बनाया था. बदमाशों ने घर के अन्दर घुसकर अलमारी और पेटियों से लाखों रुपए के जेवरातों और नगदी पर हाथ साफ किया था.
हमशक्ल चोर इस तरह देते थे पुलिस को चकमा
एसपी मऊगंज रसना ठाकुर ने बताया कि "पकड़े गए 3 चोर रविशंकर विश्वकार्मा, जगन्नाथ केवट, सौरभ वर्मा हैं. सौरभ का जुड़वा और हमशक्ल भाई संजीव वर्मा है. सौरभ जब भी अपने साथियों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देता था. उसका हमशक्ल भाई संजीव वारदात के वक्त किसी अन्य स्थान पर लगे सीसीटीवी कैमरे के समाने उपस्थित रहता था. ऐसा करके वे पुलिस को बड़ी आसानी से गुमराह कर देते थे.
एक ही रंग और डिजाइन के पहनते थे कपड़े
पुलिस जब भी सौरभ वर्मा को पकड़ती थी, तब सबूत के तौर पर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए भाई संजीव का फूटेज दिखाकर वह चालाकी से बच जाता था. सौरभ दावा कर देता था कि चोरी की वारदात के समय वह उस जगह पर उपस्थिति ही नहीं था. जिसके चलते पुलिस उसे छोड़ देती थी. इतना ही नहीं दोनों जुड़वा भाई कभी भी एक साथ नहीं रहते थे. अक्सर वह एक ही रंग और डिजाइन के कपड़े भी पहनते थे. बताया तो यह भी जा रहा है कि दोनों जुड़वा भाइयों के होने की बात पूरे गांव में कुछ गिने चुने लोगों को ही थी पता.
हमशक्ल दोनों चोरों का ऐसे हुआ खुलासा
23 दिसंबर की रात जब सत्यभान सोनी के घर पर हुई चोरी की वारदात के बाद पुलिस ने सौरभ और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार किया, तो थाने में भाई की पैरवी करने उसका हमशक्ल भाई संजीव वर्मा भी जा पहुंचा. जिसे देखते ही पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए. सामने खड़े युवक को देखकर पुलिस भी हैरान थी की जिसे हमने हवालात के अन्दर रखा है वह बाहर कैसे है. धीरे धीरे पुलिस को सब कुछ समझ में आया जिसके बाद जुड़वा भाइयों के राज का पर्दाफाश हो गया.
- हायो रब्बा! प्रधानमंत्री आवास हो गया चोरी, झोपड़ी लेकर गरीब पहुंचा कलेक्टर के द्वार
- खरगोन में अनोखी चोरी, पूराने कपड़े निकाल नए पहन चोर ने कर दिया कांड
चोरी के जेवरात और नगदी किया बरामद
मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने कहा कहा कि "चोरी के मामले 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. चोरों ने 23 दिसंबर को सत्यभान सोनी के घर पर चोरी की गई थी. इनमें से एक आरोपी का जुड़वा भाई है, जो वारदात के बाद हमशक्ल होने का फायदा उठाकर पुलिस को गुमराह कर रहा था. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास चोरी का माल बरामद किया है. उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है."