धौलपुर : बुधवार शाम को चंबल नदी का जल स्तर 2.15 मीटर कम हो गया, जिससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. हालांकि, हाड़ौती और मध्य प्रदेश में हो रही बारिश से खतरा बना हुआ है. जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर बना हुआ है. आपदा प्रबंधन के इंतजाम तैनाती पर रखे गए हैं.
69 गांव पर बाढ़ संकट का खतरा: जिला कलेक्टर श्री निधि बीटी ने बताया कि हाड़ौती और मध्य प्रदेश में हुई बारिश की वजह से जिले से गुजर रही चंबल नदी मंगलवार को खतरे के निशान 130.79 मीटर से ऊपर बढ़कर 132.90 मीटर तक पहुंच गई थी. बुधवार शाम को चंबल के जल स्तर में गिरावट देखी गई है. मौजूदा वक्त में चंबल नदी का जल स्तर 129.85 मीटर है. चंबल के जल स्तर में गिरावट होने से नदी के आसपास बसे गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है. करीब 69 गांव पर बाढ़ संकट का खतरा बना हुआ था, लेकिन जल स्तर में गिरावट होने की वजह से फिलहाल खतरा टल गया है.
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उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, सेल्फ डिफेंस, मेडिकल समेत अन्य विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. नदी के आसपास बसे गांव की पंचायतों के संबंधित हल्का पटवारी, गिरदावर एवं सरपंचों को निगरानी रखने के लिए पाबंद किया गया है. चंबल नदी के गेज का हर घंटे अपडेट लिया जा रहा है. चंबल के जल स्तर में गिरावट आई है, लेकिन खतरा बना हुआ है. चंबल नदी में मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर, सबलगढ़ और हाड़ौती क्षेत्र का पानी प्रवेश करता है. इसके अलावा काली सिंध एवं पार्वती नदी भी चंबल से जुड़ जाती हैं. ऐसे में खतरा अभी टला नहीं है. मौसम विभाग भारी बारिश की चेतावनी दे रहा है.