अजमेर : राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को रीट परीक्षा के आयोजन की स्वीकृति इस हफ्ते ही मिल सकती है. बोर्ड ने रीट परीक्षा को लेकर विज्ञप्ति भी तैयार कर ली है. राज्य सरकार से परिक्षा को लेकर अनुमोदन और परीक्षा तिथि की स्वीकृति मिलते ही अभ्यर्थियों के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी. इस हफ्ते विज्ञप्ति जारी होती है तो बोर्ड फरवरी के तीसरे या चौथे माह में परीक्षा का आयोजन कर सकता है. बोर्ड का यह भी अनुमान है कि इस बार 10 से 12 लाख अभ्यार्थी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं.
बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि रीट परीक्षा को लेकर राज्य सरकार के स्तर पर तीन बैठक हो चुकी है और बोर्ड को रीट परीक्षा के आयोजन की तैयारी के निर्देश दिए गए थे. बोर्ड ने अनुमोदन के लिए सरकार को रीट परीक्षा के लिए विज्ञप्ति और पाठ्यक्रम भेज दिया है. राज्य स्तर पर ही जिला परीक्षा संचालन समितियां का भी गठन होगा. प्रदेश के हर जिले का कलेक्टर समिति का अध्यक्ष होगा. विज्ञप्ति जारी होने के साथ रीट परीक्षा के लिए आवेदन की तिथि भी जारी हो जाएगी. आवेदन लिए जाने के बाद से तैयारी के लिए 35 से 40 दिन तैयारी के लिए लगेंगे, जिसमें पेपर प्रिंटिंग, पेपर पैकिंग और वितरण में समय लगेगा. जिला स्तरीय परीक्षा संचालन समितियां के साथ समन्वय स्थापित करते हुए परीक्षा केंद्रों का भी निर्धारण होगा.
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150 अंकों का होगा पेपर, 10 मिनट मिलेगा अतिरिक्त : बोर्ड सचिव कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि रीट परीक्षा के प्रथम और द्वितीय लेवल में दो लैंग्वेज और बाल विकास, शिक्षण विधियां के अलावा गणित, विज्ञान सामाजिक अध्ययन शामिल है. पाठ्यक्रम में बदलाव और अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को लिखा गया है. परीक्षा के लिए परीक्षार्थी को ढाई घंटे का समय मिलेगा. ओएमआर शीट में पांचवा विकल्प भरने के लिए अतिरिक्त से 10 मिनट मिलेंगे. उन्होंने बताया कि रीट परीक्षा में आरपीएससी की भर्ती परीक्षाओं की तरह ही ओएमआर शीट में पांचवा विकल्प रखा गया है. यदि चार विकल्प में से परीक्षार्थी किसी से भी संतुष्ट नहीं है तो परीक्षार्थी को पांचवा विकल्प भरना अनिवार्य होगा. बोर्ड ने रीट परीक्षा के बाद ओएमआर शीट जांच में किसी तरह की धांधली न हो, इसलिए ओएमआर शीट में पांचवे विकल्प की व्यवस्था की है. शर्मा ने बताया कि पांचवा विकल्प भरना अनिवार्य होगा यदि परीक्षार्थी पांचवा विकल्प नहीं भरता है तो उसे अपात्र घोषित कर दिया जाएगा.
10 से 12 लाख अभ्यर्थी कर सकते है आवेदन : उन्होंने बताया कि बोर्ड का अनुमान है कि इस बार रीट परीक्षा के लिए 10 से 12 लाख अभ्यर्थी परीक्षा के लिए आवेदन करेंगे. वर्ष 2022 से पहले रीट के प्रमाण पत्र की वैधता 3 वर्ष तक थी, लेकिन 2022 के बाद रीट के प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन है. यही वजह है कि नए अभ्यार्थियों के अलावा 2022 में अपात्र रहे अभ्यर्थी ही परीक्षा के लिए आवेदन करेंगे. रीट परीक्षा में प्राप्तांक का भर्ती परीक्षा के परिणाम के मेरिट में कोई असर नहीं पड़ेगा. यह केवल पात्रता परीक्षा है.
परीक्षा कक्षों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे : उन्होंने बताया कि जिला परीक्षा संचालन समितियां के गठन होने के बाद परीक्षा निर्धारण के समय ही संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र भी निराधरित हो जाएंगे. अतिसंवेदनशील और संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसका कंट्रोल रूम जिला स्तर पर और बोर्ड के रीट कार्यालय में भी होगा. परीक्षा केंद्रों पर फ्रिस्किंग होगी. पेपर के लिफाफे की सील खोलने और पेपर को बाहर निकलना एवं परीक्षा के बाद पेपर सील करने की व्यवस्था की वीडियोग्राफी भी होगी.
जो फोटो आवेदन पत्र में लगाएं हैं, वही प्रवेश पत्र में भी जरूरी : शर्मा ने बताया कि आवेदन के समय अभ्यर्थी जो फोटो आवेदन पत्र के साथ चस्पा कर रहा है, वही फोटो प्रवेश पत्र पर भी चस्पा करना होगा. यदि दोनों फोटो अलग अलग हुए या फोटो में कोई फर्क दिखा तो परीक्षार्थी के विरुद्ध कार्रवाई भी हो सकती है. बता दें कि 2022 में आयोजित हुई रीट परीक्षा में नोडल एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड था. राज्य सरकार ने जनवरी में परीक्षा आयोजन के लिए बोर्ड को स्वीकृति दी थी. बोर्ड ने परीक्षा का आयोजन जुलाई माह में किया था और नवंबर में बोर्ड ने परिणाम जारी कर दिया था. वर्ष 2022 रीट परीक्षा के प्रथम और द्वितीय लेवल में 16 लाख के लगभग परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था.