भीलवाड़ा: शाहपुरा जिले के कोटडी कस्बे में भगवान चारभुजानाथ के मंदिर में दीपावली पर्व को देखते हुए भक्तों की भारी भीड़ है. यहां हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चारभुजा मंदिर परिसर में धनतेरस पर प्रदेश के सबसे बड़े मिट्टी के दीपक का प्रज्ज्वलन किया गया. इस मौके पर महंत और बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे.
वर्ष 2018 में अयोध्या में 3 लाख दीपक जलाने की घोषणा से प्रेरित होकर भगवान चारभुजा के भक्तों ने यह विशाल दीपक बनाया था. तब से अब तक हर वर्ष दीपावली पर पीली मिट्टी, गाय के गोबर व ईंटों से इस विशाल दीपक का निर्माण किया जाता हैं. इस बार भी धनतेरस पर इसे प्रज्ज्वलित किया गया. इसके साथ ही कोटड़ी श्याम मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव का शुभारंभ हुआ.
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यह सामग्री लगती है दीपक में : मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया ने बताया कि मिट्टी के इस दीपक के निर्माण में एक ट्रॉली पीली मिट्टी, 1 टन गाय का गोबर व 1500 ईंटों का उपयोग किया गया है. यह दीपक 10 फीट चौड़ा व सवा 5 फीट ऊंचा बनाया गया, जिसमें 31 लीटर तेल की क्षमता है. यह दीपक देवउठनी एकादशी तक मंदिर परिसर में अखंड जलता रहेगा.
घरों में लाते हैं तेल: उन्होंने बताया कि भक्त अपने घर से तेल लाकर इस दीपक में डालते हैं, जिससे यह अखंड जलता रहता है. इस विशाल दीपक प्रज्ज्वलन के दौरान मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया, सचिव श्यामसुंदर चेचाणि, ओम पालीवाल सहित सैकड़ों भक्त मौजूद रहे.