जयपुर. राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक, डमी अभ्यर्थी बैठाने और फर्जी डिग्री को लेकर एसओजी रोज नए खुलासे कर रही है. अब एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि जो भी नई भर्ती निकलती. फर्जी डिग्री गिरोह उसकी पात्रता की फर्जी डिग्री ऑन डिमांड मुहैया करवा देता था. पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण की महिला मित्र प्रियंका विश्नोई ने चार साल में चार प्रतियोगी परीक्षा दी और चारों में उसकी डिग्री फर्जी पाई गई है. कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित पीटीआई भर्ती में प्रियंका का चयन भी हो गया था. हालांकि, बाद में बोर्ड ने उसके चयन पर रोक लगा दी थी. फर्जी डिग्री मामले में एसओजी ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया प्रियंका विश्नोई ने वीडीओ भर्ती की परीक्षा दी तो गुजरात से बीए पास करने की जानकारी दी. जबकि पीजीडीसीए की जो डिग्री उसने पेश की. वो ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से बैक डेट में बनवाई गई थी. उसने लाइब्रेरियन भर्ती की परीक्षा दी तो लाइब्रेरियन की डिग्री उत्तर प्रदेश की शिकोहाबाद यूनिवर्सिटी से हासिल करने की जानकारी दी. जबकि पीटीआई भर्ती के लिए डीपीएड की डिग्री ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की पेश की. अब एसओजी की पड़ताल में यह चारों डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं.
भूपेंद्र के घर से मिली थी फर्जी डिग्रियां : शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसओजी ने भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु से पकड़ा था. इसके बाद पड़ताल में सामने आया कि उसके तार कई अन्य भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक से भी जुड़े हुए हैं. वह फिलहाल जेल में है. एसओजी ने जब उसके घर पर छापा मारा था तो बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां मिली थी.
बोर्ड ने लगाई थी प्रियंका के चयन पर रोक : पीटीआई भर्ती परीक्षा का परिणाम आया तो प्रियंका विश्नोई का उसमें चयन हो गया था. शिक्षा विभाग ने उसके दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया को भी मंजूरी दे दी और चयनित अभ्यर्थियों की सूची में भी उसका नाम शामिल हो गया. बाद में कर्मचारी चयन बोर्ड ने अंतिम परिणाम जारी किया और उसमें प्रियंका का नाम आया तो सबके कान खड़े हुए और आनन-फानन में उसके चयन पर रोक लगा दी.