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फोन टैपिंग मामला : पूर्व सीएम गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा गिरफ्तार, कुछ देर बाद मिली जमानत

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 2021 में दर्ज करवाई थी प्राथमिकी. लोकेश की गिरफ्तारी पर थी हाईकोर्ट की रोक. पिछले दिनों हटी थी रोक.

Lokesh Sharma
लोकेश शर्मा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 25, 2024, 5:40 PM IST

जयपुर: राजस्थान में सियासी उठापटक के समय चर्चा में आया फोन टैपिंग का मामला फिर अचानक सुर्खियों में आ गया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, कुछ देर बाद ही उन्हें जमानत मिल गई और उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. ऐसे में अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकेश शर्मा इस केस में सरकारी गवाह बन सकते हैं.

यह पूरा मामला प्रदेश में सियासी से जुड़ा हुआ है. उस समय कुछ कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी, जिन्हें लेकर तब के जलशक्ति मंत्री रहे गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में मुकदमा दर्ज करवाया था. इस मुकदमे में लोकेश शर्मा का नाम था. लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में इस प्राथमिकी को निरस्त करवाने की याचिका दायर की थी, जिसके चलते लंबे समय तक दिल्ली हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिली हुई थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई हुई थी.

14 नवंबर को वापस ली थी याचिका : लोकेश शर्मा ने 14 नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका वापस ले ली थी. ऐसे में उनकी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट के आदेश पर लगी रोक भी हट गई थी. ऐसे में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच उन्हें गिरफ्तार करने के लिए स्वतंत्र है. अब सोमवार को अचानक उन्हें गिरफ्तार किया गया और कुछ ही समय बाद उन्हें जमानत मिल गई. जमानत मिलने की लोकेश शर्मा ने खुद पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई है.

पढ़ें : फोन टैपिंग मामला: लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट से वापस ली याचिका, गिरफ्तारी पर लगी रोक हटी

सियासी उठापटक के समय वायरल हुए ऑडियो : राजस्थान की सियासत में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय हुई उठापटक के समय कुछ ऑडियो वायरल हुए थे. दावा किया गया था कि कांग्रेस के विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास हुआ था. यह ऑडियो तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा की ओर से जारी किए गए थे. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा था. गजेंद्र सिंह शेखावत ने 2021 में दिल्ली क्राइम ब्रांच में फोन टैपिंग को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें लोकेश शर्मा का नाम था.

पढे़ं : पूर्व सीएम के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा से दिल्ली में 6 घंटे पूछताछ, क्राइम ब्रांच के सामने खोले कई राज - phone tapping case

25 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने की थी पूछताछ : गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से दर्ज करवाए गए मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी लोकेश शर्मा से पूछताछ कर चुके हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 25 सितंबर को उनसे पूछताछ की थी. इस पूछताछ से पहले और बाद में लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे.

जयपुर: राजस्थान में सियासी उठापटक के समय चर्चा में आया फोन टैपिंग का मामला फिर अचानक सुर्खियों में आ गया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, कुछ देर बाद ही उन्हें जमानत मिल गई और उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. ऐसे में अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकेश शर्मा इस केस में सरकारी गवाह बन सकते हैं.

यह पूरा मामला प्रदेश में सियासी से जुड़ा हुआ है. उस समय कुछ कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी, जिन्हें लेकर तब के जलशक्ति मंत्री रहे गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में मुकदमा दर्ज करवाया था. इस मुकदमे में लोकेश शर्मा का नाम था. लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में इस प्राथमिकी को निरस्त करवाने की याचिका दायर की थी, जिसके चलते लंबे समय तक दिल्ली हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिली हुई थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई हुई थी.

14 नवंबर को वापस ली थी याचिका : लोकेश शर्मा ने 14 नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका वापस ले ली थी. ऐसे में उनकी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट के आदेश पर लगी रोक भी हट गई थी. ऐसे में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच उन्हें गिरफ्तार करने के लिए स्वतंत्र है. अब सोमवार को अचानक उन्हें गिरफ्तार किया गया और कुछ ही समय बाद उन्हें जमानत मिल गई. जमानत मिलने की लोकेश शर्मा ने खुद पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई है.

पढ़ें : फोन टैपिंग मामला: लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट से वापस ली याचिका, गिरफ्तारी पर लगी रोक हटी

सियासी उठापटक के समय वायरल हुए ऑडियो : राजस्थान की सियासत में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय हुई उठापटक के समय कुछ ऑडियो वायरल हुए थे. दावा किया गया था कि कांग्रेस के विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास हुआ था. यह ऑडियो तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा की ओर से जारी किए गए थे. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा था. गजेंद्र सिंह शेखावत ने 2021 में दिल्ली क्राइम ब्रांच में फोन टैपिंग को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें लोकेश शर्मा का नाम था.

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25 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने की थी पूछताछ : गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से दर्ज करवाए गए मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी लोकेश शर्मा से पूछताछ कर चुके हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 25 सितंबर को उनसे पूछताछ की थी. इस पूछताछ से पहले और बाद में लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे.

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