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SI Recruitment Exam : जेल में हुई थी दोस्ती, 'गुरु' ने हिस्ट्रीशीटर की बेटी को ऐसे बनाया उप निरीक्षक

Rajasthan Paper Leak, एसआई भर्ती पेपर लीक की जांच कर रही एसओजी की पूछताछ में पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई ने कई खुलासे किए हैं. उसने जोधपुर के हिस्ट्रीशीटर की बेटी को लीक पेपर दिया और वह एसआई बन गई. उसे अब जेल भेज दिया गया है.

पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई
पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 20, 2024, 5:47 PM IST

जयपुर. उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर एसओजी की पूछताछ में हर दिन इस मामले से जुड़ी कई परतें उधड़ रही हैं. अब सामने आया है कि पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई ने जोधपुर के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल से जमीन पर कब्जा छुड़वाने के मामले में मदद ली थी. जिसके बदले उसने उसकी बेटी को एसआई भर्ती का पेपर दिया, जिसे पढ़कर श्रवण बाबल की बेटी चंचल विश्नोई ने परीक्षा पास कर ली. वह भी उन 14 ट्रेनी एसआई में शामिल है, जिन्हें एसओजी ने इस मामले में पहले गिरफ्तार किया था. अब आज उसे भी 14 ट्रेनी एसआई के साथ जेल भेज दिया गया है.

एसओजी की पूछताछ में पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई (गुरु) ने खुलासा किया है कि उसने जोधपुर के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल की बेटी चंचल विश्नोई को पेपर दिया था. इसके बदले उससे रुपए नहीं लिए, क्योंकि श्रवण ने जोधपुर में करोड़ों रुपए की जमीन से कब्जा छुड़वाने के मामले में जगदीश की मदद की थी. श्रवण बाबल बाड़मेर के चर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड में भी शामिल था.

पढ़ें : Rajasthan SI Paper Leak : टॉपर ही निकला नकलची, SOG ने किया खुलासा, भर्ती परीक्षा हो सकती है निरस्त

जेल में मुलाकात दोस्ती में बदली : बाड़मेर के चर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड (2010) में जोधपुर के विवेक विहार थाने के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल का नाम भी सामने आया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो जयपुर जेल में रखा गया. इस बीच एसओजी ने 2014 में जगदीश विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया था. वह भी जयपुर जेल में रहा, जहां दोनों की मुलाकात हुई. बाद में दोनों जोधपुर जेल में भी साथ रहे, जहां दोनों की गहरी दोस्ती हो गई.

कब्जा छुड़वाने के बदले पेपर की डील : पूछताछ में सामने आया है कि जगदीश विश्नोई पेपर लीक की काली कमाई से जमीनें खरीदता था. उसने जोधपुर के झालामंड में करोड़ों रुपए की जमीन सस्ते में खरीद ली. इस जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था. कब्जा छुड़वाने में उसने श्रवण की मदद ली. इसके बदले श्रवण ने अपनी बेटी चंचल को सरकारी नौकरी लगवाने की इच्छा जताई. एसआई भर्ती का पेपर लीक करवाने के बाद जगदीश ने अन्य अभ्यर्थियों को पैसे लेकर पेपर दिया, जबकि चंचल को उसने फ्री में पेपर दिया. चंचल की एसआई भर्ती में 372वीं रैंक आई है.

जगदीश की गिरफ्तारी के बाद सामने आया नाम : एसओजी ने पेपर लीक मामले में 29 फरवरी को कुख्यात माफिया जगदीश विश्नोई को गिरफ्तार किया. इसके बाद एक-एक कर कई लोगों ने नाम सामने आए, जिन्होंने लीक पेपर पढ़कर या डमी अभ्यर्थी बिठाकर एसआई भर्ती परीक्षा पास की थी. परीक्षा पास कर ये ट्रेनिंग ले रहे थे. इस दौरान 14 एसआई को एसओजी ने दबोच लिया था.

चार बार में 14 दिन की रिमांड, अब जल भेजा : एसओजी के एडीजी वीके सिंह के अनुसार, एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार ट्रेनी एसआई नरेश बिश्नोई, सुरेंद्र कुमार विश्नोई, करणपाल गोदारा, विवेक भांबू, मनोहर लाल बिश्नोई, गोपी राम जांगू, श्रवण कुमार विश्नोई, रोहिताश्व कुमार, प्रेम सुखी, एकता, भगवती बिश्नोई, राजेश्वरी, नारंगी और चंचल को बुधवार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने सभी को जल भेजने के आदेश दिए हैं. इन्हें एसओजी ने 5 मार्च को गिरफ्तार किया था. इसके बाद दो बार छह-छह दिन की और दो बार एक-एक दिन की रिमांड पर लिया था.

जयपुर. उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर एसओजी की पूछताछ में हर दिन इस मामले से जुड़ी कई परतें उधड़ रही हैं. अब सामने आया है कि पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई ने जोधपुर के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल से जमीन पर कब्जा छुड़वाने के मामले में मदद ली थी. जिसके बदले उसने उसकी बेटी को एसआई भर्ती का पेपर दिया, जिसे पढ़कर श्रवण बाबल की बेटी चंचल विश्नोई ने परीक्षा पास कर ली. वह भी उन 14 ट्रेनी एसआई में शामिल है, जिन्हें एसओजी ने इस मामले में पहले गिरफ्तार किया था. अब आज उसे भी 14 ट्रेनी एसआई के साथ जेल भेज दिया गया है.

एसओजी की पूछताछ में पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई (गुरु) ने खुलासा किया है कि उसने जोधपुर के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल की बेटी चंचल विश्नोई को पेपर दिया था. इसके बदले उससे रुपए नहीं लिए, क्योंकि श्रवण ने जोधपुर में करोड़ों रुपए की जमीन से कब्जा छुड़वाने के मामले में जगदीश की मदद की थी. श्रवण बाबल बाड़मेर के चर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड में भी शामिल था.

पढ़ें : Rajasthan SI Paper Leak : टॉपर ही निकला नकलची, SOG ने किया खुलासा, भर्ती परीक्षा हो सकती है निरस्त

जेल में मुलाकात दोस्ती में बदली : बाड़मेर के चर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड (2010) में जोधपुर के विवेक विहार थाने के हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल का नाम भी सामने आया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो जयपुर जेल में रखा गया. इस बीच एसओजी ने 2014 में जगदीश विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया था. वह भी जयपुर जेल में रहा, जहां दोनों की मुलाकात हुई. बाद में दोनों जोधपुर जेल में भी साथ रहे, जहां दोनों की गहरी दोस्ती हो गई.

कब्जा छुड़वाने के बदले पेपर की डील : पूछताछ में सामने आया है कि जगदीश विश्नोई पेपर लीक की काली कमाई से जमीनें खरीदता था. उसने जोधपुर के झालामंड में करोड़ों रुपए की जमीन सस्ते में खरीद ली. इस जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था. कब्जा छुड़वाने में उसने श्रवण की मदद ली. इसके बदले श्रवण ने अपनी बेटी चंचल को सरकारी नौकरी लगवाने की इच्छा जताई. एसआई भर्ती का पेपर लीक करवाने के बाद जगदीश ने अन्य अभ्यर्थियों को पैसे लेकर पेपर दिया, जबकि चंचल को उसने फ्री में पेपर दिया. चंचल की एसआई भर्ती में 372वीं रैंक आई है.

जगदीश की गिरफ्तारी के बाद सामने आया नाम : एसओजी ने पेपर लीक मामले में 29 फरवरी को कुख्यात माफिया जगदीश विश्नोई को गिरफ्तार किया. इसके बाद एक-एक कर कई लोगों ने नाम सामने आए, जिन्होंने लीक पेपर पढ़कर या डमी अभ्यर्थी बिठाकर एसआई भर्ती परीक्षा पास की थी. परीक्षा पास कर ये ट्रेनिंग ले रहे थे. इस दौरान 14 एसआई को एसओजी ने दबोच लिया था.

चार बार में 14 दिन की रिमांड, अब जल भेजा : एसओजी के एडीजी वीके सिंह के अनुसार, एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार ट्रेनी एसआई नरेश बिश्नोई, सुरेंद्र कुमार विश्नोई, करणपाल गोदारा, विवेक भांबू, मनोहर लाल बिश्नोई, गोपी राम जांगू, श्रवण कुमार विश्नोई, रोहिताश्व कुमार, प्रेम सुखी, एकता, भगवती बिश्नोई, राजेश्वरी, नारंगी और चंचल को बुधवार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने सभी को जल भेजने के आदेश दिए हैं. इन्हें एसओजी ने 5 मार्च को गिरफ्तार किया था. इसके बाद दो बार छह-छह दिन की और दो बार एक-एक दिन की रिमांड पर लिया था.

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