जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं ने लोकसभा चुनाव के रण में प्रदेश के बाहर भी पार्टी के चुनावी अभियान को धार दी है. राजस्थान में पहले और दूसरे चरण में 25 सीटों पर हुए मतदान के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केरल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में भी प्रचार किया. केरल में उन्होंने राहुल गांधी के लिए वायनाड लोकसभा सीट पर प्रचार कर वोट मांगे. शशि थरूर के लिए भी उन्होंने प्रचार किया.
वहीं, छत्तीसगढ़ में हुई चुनावी सभाओं में भी शामिल हुए. अब राजस्थान की सभी 25 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सचिन पायलट ने अपना पूरा ध्यान छत्तीसगढ़ में पार्टी के चुनावी अभियान को धार देने पर केंद्रित किया हुआ है. वे छत्तीसगढ़ के प्रभारी भी हैं, साथ ही मध्य प्रदेश में भी उन्होंने चुनाव प्रचार किया है. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चुनाव प्रचार के सिलसिले में शुरुआती दौर में प्रदेश के बाहर निकले. हालांकि, उन्होंने प्रदेश के बाहर ज्यादातर शहरों में राजस्थान (खास तौर पर) सिरोही-जालोर के प्रवासियों को ही साधने का प्रयास किया.
पायलट ने प्रदेश की इन सीटों पर किया प्रचार : सचिन पायलट ने राजस्थान में दो चरणों में 25 सीटों पर हुए चुनाव में कई सीटों पर कांग्रेस के चुनाव प्रचार को धार दी. पहले चरण में उन्होंने जयपुर ग्रामीण और जयपुर शहर के साथ ही करौली-धौलपुर, दौसा, झुंझुनूं, सीकर और अलवर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस और गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाएं की. जबकि दूसरे चरण में टोंक-सवाई माधोपुर, जोधपुर, चित्तौड़गढ़ में चुनावी अभियान को धार दी.
पायलट की केरल से कश्मीर तक सभाएं : सचिन पायलट छत्तीसगढ़ के प्रभारी हैं. इस लिहाज से वे लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम तय होने के बाद से ही वहां सक्रिय हैं. इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कठुआ और उधमपुर में भी पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में सभाएं की हैं. उत्तराखंड के हल्द्वानी में भी पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया. केरल की वायनाड सीट पर कवान्नूर और वंदूर में राहुल गांधी के समर्थन में और तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी शशि थरूर के समर्थन में भी प्रचार किया. इसके साथ ही पुथुकोड और मलप्पुरम में भी प्रचार किया. मध्यप्रदेश के उज्जैन व देवास में भी सभा को संबोधित किया. अब पूरा फोकस छत्तीसगढ़ पर है.
गहलोत ने इन सीटों पर किया प्रचार : अशोक गहलोत ने जोधपुर में करण सिंह उचियारड़ा और बाड़मेर में उम्मेदाराम बेनीवाल के समर्थन में सभा की थी. उदयपुर से पार्टी प्रत्याशी ताराचंद मीना और चित्तौड़गढ़ से प्रत्याशी उदयलाल आंजना के समर्थन में भी उन्होंने सभा की. बारां में उर्मिला जैन भाया के समर्थन में भी सभा की. पहले चरण के प्रचार अभियान में उन्होंने नागौर में रालोपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल और सीकर से सीपीआई(एम)-कांग्रेस गठबंधन से चुनाव लड़ रहे अमराराम के समर्थन में भी सभा की. जयपुर में प्रताप सिंह खाचरियावास के समर्थन में भी प्रचार किया. इसके अलावा प्रदेशभर में कई नामांकन सभाओं को भी उन्होंने संबोधित किया.
सिरोही-जालोर में यहां हुई गहलोत की सभाएं : वैभव गहलोत के नामांकन के बाद से सिरोही-जालोर में अशोक गहलोत ने कई सभाएं और रोड शो किए. उन्होंने सांचौर, भीनमाल, आहोर, जालोर, सियाणा, भाद्राजून, आबूरोड, पिंडवाड़ा, जावाल, चितलवाना में चुनावी सभाओं के जरिए बेटे वैभव के लिए वोट मांगे. सरनऊ, शिवगंज, बाली, आबूरोड में भी सभा और रोड शो किया. प्रदेश में नामांकन प्रक्रिया के बाद से अशोक गहलोत का ज्यादातर समय सिरोही-जालोर सीट पर बीता. जहां से उनके बेटे चुनावी मैदान में उतरे. हालांकि, इस दौरान प्रदेश में कई अन्य सीटों पर भी चुनावी सभाओं को संबोधित कर पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे.
राजस्थान से बाहर यहां-यहां गए गहलोत : सिरोही-जालोर और प्रदेश की अन्य सीटों पर चुनाव प्रचार के अलावा अशोक गहलोत गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश भी गए थे. उन्होंने अहमदाबाद, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू और हैदराबाद में प्रवासी सम्मेलनों में शिरकत की. हालांकि, प्रदेश के बाहर अशोक गहलोत के चुनावी दौरे प्रवासी सम्मेलनों तक ही सीमित रहे.