कटिहारः बिहार में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है. लोग परिवार और बच्चों के साथ मेला देखने जा रहे हैं. कटिहार में मेला देखने पहुंचे भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के भतीजे गौतम अग्रवाल को कटिहार रेल एसपी डॉ. संजय भारती ने कथित रूप से थप्पड़ जड़ दिया. इस घटना का पास में खड़े एक वकील ने वीडियो बना लिया. उस वकील के साथ भी रेल एसपी ने धक्का मुक्की की. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है वायरल वीडियो मेंः वायरल वीडियो में रेल एसपी सिविल ड्रेस में है. उनको गौतम अग्रवाल को थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है. घटना सहायक थाना क्षेत्र की है. पीड़ित गौतम अग्रवाल शुक्रवार की रात दुर्गापूजा नवमी का मेला देखने परिवार के साथ बाइक से शहर में निकला था. इसी दौरान साहेबपाड़ा के समीप सिविल ड्रेस में चल रहे रेल SP डॉ संजय भारती से आमना सामना हो गया. जब तक पीड़ित गौतम सामने खड़े अधिकारी को पहचानता की इसी दौरान वो किसी बात पर गौतम से बहस करते दिखे. फिर उसे थप्पड़ जड़ दिया.
क्या है मामलाः पीड़ित गौतम ने बताया कि वह पत्नी और दो ब्चचों के साथ मेला देखने आये थे. टोटो नहीं चल रहा है तो बाइक से पत्नी और बच्चों के साथ मेला देखने आए थे. इसी दौरान एक जगह बाइक रोककर गोलगप्पा खा रहे थे. उसके बाद पत्नी और बच्चों को बाइक पर बैठाकर जाने लगे. तभी रेल एसपी आए और बोले कि यह टोटो है कि इस पर चार लोग बैठा रहे हो. उनके साथ रहे बॉडीगार्ड से बोला कि जब टोटो नहीं चल रहा है तो आज के दिन तो घूमने दीजिए. इसी बात पर एसपी लौटकर आए और थप्पड़ चला दिया.
क्या कहा पीड़ित और उसकी पत्नी नेः गौतम ने कहा कि पत्नी और बच्चों के सामने उसकी पिटाई की गयी. यह ठीक बात नहीं है. अधिकारी का मनमानापूर्ण कार्य बताया. एमएलसी अशोक अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब टोटो नहीं चल रहा है तब मेला देखने बाइक से ही जाएगा. उन्होंने कहा कि परिवार के सामने किसी की पिटाई करना गलत है. बता दें कि नीतीश कुमार के राज में आईएएस और आईपीएस अधिकारी के मनमानी करने के आरोप लगते रहे हैं.
"कल रात रेल SP का मेरे मोबाइल पर फोन आया था. उसने पहले तो गौतम के बारे में बात की. जब मैंने उनसे इस घटना का विरोध किया तो उन्होंने गौतम को जेल भेजने की धमकी दी. जिला प्रशासन और माननीय मुख्यमंत्री जी को ऐसे अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए. रेल एसपी की नाइंसाफी है. उन्होंने कानून को अपने हाथ में लिया है. उनपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए."- अशोक अग्रवाल, एमएलसी
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