पटना: नौकरी के नाम पर ठगी करने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में रेलवे में नौकरी करने के लालच में कई युवा ठगों का शिकार हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक और मामला राजधानी पटना के दानापुर से सामने आया है. सोमवार की शाम डीआरएम ऑफिस से आरपीएफ की पुलिस ने रेलवे फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है.
रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी: इन दोनों के पास से भारी मात्रा में फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद हुआ है. गिरफ्तार जालसाज की पहचान नालंदा के जमालपुर खर्जामा निवासी नीतीश कुमार और उसकी पत्नी के रूप में हुई है. मिली जानकारी के अनुसार आरपीएफ की टीम को पता चला कि 25 से 30 की संख्या में युवा रेलवे में संविदा पर बहाल होने के लिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ पहुंचे हुए हैं.
क्या कहना है पीड़ित अभ्यर्थी का?: आरपीएफ की टीम वहां कार से आए जालसाज पति पत्नी को पकड़ खगौल पुलिस को सौंप दिया. इस संबंध में अभ्यर्थी सौरभ कुमार ने खगौल थाने में लिखित आवेदन दिया है. अपने लिखित आवेदन में उसने बताया कि मैं और मेरा भगिना रिसु ने इसके लिए आवेदन भरा था. आज हमे डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया था.
"वहीं इनलोगों के द्वारा 8 अगस्त को मेडिकल की बात कही गई थी. बहाली के नाम पर सभी अभ्यर्थियों से दोनों पति पत्नी ने दो किश्त में एक लाख रुपये लिये थे. नियुक्ति पत्र देकर डीआरएम कार्यालय बुलाया गया था."- सौरभ कुमार, पीड़ित अभ्यर्थी
बिहार सहित देश में कंपटीशन परीक्षा हो या किसी तरह की सरकारी नौकरी, इनके नाम पर मोटे रुपये ऐंठने का सिलसिला जारी है. सीधे साधे भोले भाले गांव के नवयुवक नौकरी के लालच में जमीन बेचकर ब्याज पर कर्ज लेकर ठगों को नौकरी के नाम पर रुपये दे देते हैं. इस संबंध में खगौल थानाध्यक्ष ने बताया कि सूचना मिली थी की कुछ लोग नौकरी ने नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं.
"दो जालसाजी करने वालों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक पुरुष और एक महिला शामिल है. दोनों जालसाज रिश्ते में पति पत्नी हैं, जो नालंदा जिले के रहने वाले हैं. जालसाजी के शिकार हुए अभ्यर्थी के आवेदन पर मामले की छानबीन करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है."- सुनील कुमार, थाना अध्यक्ष, खगौल
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