मसूरी: गांधी चौक के व्यापारियों ने माल रोड में बढ़ती पटरी व्यापारियों की दुकान और रेंटल स्कूटियों के आतंक और अव्यवस्थाओं के खिलाफ गांधी चौक पर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन दिया. इस मौके पर व्यापारियों ने दोपहर 2 बजे तक अपने प्रतिष्ठान भी बंद रखे. साथ ही स्थानीय पालिका प्रशासन और मसूरी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. इसी बीच व्यापारियों ने कहा कि अगर मालरोड को व्यवस्थित नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन किया जाए.
गांधी चौक के व्यापारियों ने कहा कि मसूरी का ऐतिहासिक माल रोड इन दिनों वोटों की राजनीति का शिकार हो रहा है. माल रोड को राजनेताओं ने भुट्टा और अंडा मार्केट में तब्दील कर दिया है. एक ही परिवार के 6-6 लोग माल रोड पर पटरी लग रहे हैं, लेकिन स्थानीय नगर पालिका और पुलिस इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन भी व्यापारियों की हित को लेकर कोई आवाज नहीं उठा रहा है, जिससे मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी के खिलाफ भारी आक्रोश है.
व्यापारियों ने कहा कि माल रोड पर लगने वाली पटरियों से उनके व्यापार को भारी नुकसान हो रहा है. जिससे स्थानीय दुकानदार अपनी दुकान किराए पर दे रहे हैं, क्योंकि उनका काम नहीं चल रहा है. अगर मसूरी माल रोड का यही हाल रहा, तो मसूरी में पर्यटकों की आमद कम होती चली जाएगी. उन्होंने कहा कि गांधी चौक पर रेंटल स्कूटियों का आतंक इस कदर है कि सैकड़ों की संख्या में स्कूटियां खड़ी रहती हैं, जिससे यातायात बाधित रहता है.
वहीं, व्यापारियों ने कहा कि 10 कदम पर लाइब्रेरी पुलिस चौकी है, लेकिन पुलिस कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मसूरी मार्डन स्कूल जाने वाले मोतीलाल नेहरू मार्ग को टैक्सी चालकों ने अपनी अनाधिकृत पार्किंग बना दिया है, जिससे अकसर जाम कि स्थिति रहती है.
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि मसूरी गांधी चौक के व्यापारियों की मांगें जायज हैं. उन्होंने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि चुनाव समाप्त होते ही वह स्थानीय पालिका प्रशासन से मसूरी मालरोड पर बढ़ती पटरियों को लेकर वार्ता करेंगे. साथ ही पटरी व्यापारियों के साथ रेंटल स्कूटियों को भी व्यवस्थित करने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर तब भी व्यापारियों द्वारा उठाई गई मांग पर कार्रवाई नहीं की गई, तो संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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