पटना: दूसरे चरण के मतदान को लेकर इंडिया और एनडीए गठबंधन की ओर से चुनाव प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंकी गई. दोनों गठबंधन अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मतदान के एक दिन पहले इंडिया गठबंधन के चुनाव प्रचार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी दो चरण में सिर्फ एक बार ही बिहार आए.
राहुल गांधी पर पीके का हमला: प्रशांत किशोर ने विपक्ष के चुनाव प्रचार अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि 40 सीट पर लड़ रही महागठबंधन के प्रचार के लिए राहुल गांधी दो चरण में सिर्फ एक बार बिहार आए, इससे चुनाव को लेकर उनकी गंभीरता को समझा जा सकता है. प्रशांत किशोर ने कहा कि राहुल गांधी को बिहार के चार जिले का नाम भी पता नहीं होगा.
'राहुल गांधी को बिहार से नहीं मतलब': जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के संदर्भ में राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी को बिहार से क्या मतलब है? आप बताइए जरा कि राहुल गांधी को बिहार में पिछली बार कब देखा था? बिहार के मुद्दे पर कभी बोलते हुए सुना आपने? कांग्रेस ने तो 40 सालों तक बिहार को बर्बाद किया है. यही कारण है कि बिहार की जनता ने इतनी समझदारी दिखाई कि कांग्रेस को बिहार से पूरे सिरे से काटकर फेंक दिया.
"आज कांग्रेस का बिहार में कोई नाम निशान नहीं है. कई बार मुझसे पत्रकार कहते हैं कि आप कांग्रेस की शिकायत नहीं करते हैं. कांग्रेस ने जो बिहार में गलती की उसका पूरा खामियाजा उन्होंने भुगता. बिहार में कांग्रेस साल 1990 तक रूलिंग पार्टी हुआ करती थी. आज कांग्रेस का 5 प्रतिशत वोट बिहार में नहीं है."- पीके, चुनावी रणनीतिकार
'बिहार के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया'-पीके: प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि गरीब की बात करने वाले ये लोग अभी बोल रहे हैं कि कर्नाटक में महिलाओं को 3 हजार रुपये देंगे. कर्नाटक की महिला ज्यादा गरीब है या बिहार की ? अगर कर्नाटक की महिला को 3 हजार रुपये मिलना चाहिए तो कांग्रेस के लोग बिहार में सरकार में शामिल हैं तो जरा बताइए कि बिहार की महिलाओं को क्यों नहीं एक हजार भी दिलवा रहे हो? जो आदमी अपने जीवन में बिहार के चार जिलों का नाम नहीं जानता है उससे क्या सवाल करें?
"कांग्रेस है कहीं बिहार में अब? मैं बिहार में बैठा हूं तो आप कहेंगे कि आप शिव सेना पर टिप्पणी क्यों नहीं कर रहे हैं, JMM पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं, ये पार्टियां भी तो बिहार में चुनाव लड़ती हैं. लेकिन क्या JMM चला रहा है बिहार को ? बिहार को शिव सेना चला रही है ? बिहार को चला रहे हैं लालू, नीतीश और भाजपा अलग-अलग समय कालखंड में. इन तीन पार्टियों से सवाल न करें तो किन पार्टियों से करें?"- पीके, चुनावी रणनीतिकार
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