कोटा/बीकानेर. नीट पेपर में धांधली को लेकर गुरुवार को कोटा और बीकानेर में 'रेल रोको' आंदोलन किया गया. इसके तहत कोटा में रेल रोकने के लिए यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यशवीर सुरा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग जंक्शन पहुंचे. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और पुलिस ने यशवीर सुरा सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. इन्हें बसों में भरकर दूसरी जगह जाकर छोड़ दिया गया. वहीं, बीकानेर में भी यूथ कांग्रेस कार्यकताओं को पुलिस, आरपीएफ व जीआरपी के भारी जाप्ते ने बीकानेर रेलवे स्टेशन के बाहर ही रोक लिया.
नीट परीक्षा दोबारा करवाई जाए : यूथ कांग्रेस कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष यशवीर सुरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष सदन में नीट परीक्षा को लेकर चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार यह नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि कोटा शिक्षा नगरी है और यहां के सांसद ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष हैं, लेकिन इसके बावजूद भी नीट में धांधली हुई इस पर भी चर्चा नहीं करवाई जा रही है. केंद्र सरकार को इस पर कड़ा कानून बनाना चाहिए. साथ ही छात्रों और नौजवानों की मांग है कि नीट परीक्षा रद्द होकर दोबारा परीक्षा करवाई जाए. यूथ कांग्रेस भी यही चाहती है. 'नहीं सहेगा राजस्थान' का नारा देने वाली भाजपा के राज में ही पर्ची से सरकार चल रही है और गुंडाराज प्रदेश की सड़कों पर नजर आने लगा है. कुछ दिनों में ही ऐसे हालत हो जाएंगे कि प्रदेश के भाजपा विधायक और मंत्री सड़क पर नहीं निकल पाएंगे. जनता उनसे जवाब मांगेगी.
डोटासरा और जूली के खिलाफ भी मामला दर्ज : कोटा के जिला अध्यक्ष मोइजुद्दीन गुड्डू ने कहा कि कोटा में 24 जून को हुए आंदोलन पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज कर लिया. यह मुकदमे भी इसलिए दर्ज किए गए हैं, ताकि सरकार की तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस आवाज नहीं उठा सके. पर्ची सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल ने पहले फैसला और साइन करते हुए 6000 युवाओं को बेरोजगार किया था. कोटा इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस का गढ़ माना जाता है और यहां पर आने वाले युवाओं के साथ ही खिलवाड़ किया गया है.
बसों में भरकर दूसरी जगह ले जाकर छोड़ा : नीट प्रकरण को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का क्रम लगातार जारी है. सदन से लेकर सड़कों तक विपक्षी दल विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, सरकार पर धांधली के आरोप लगा रहे हैं. इसी क्रम में यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यशवीर सुरा के नेतृत्व में कोटा में भी 'रेल रोको' आंदोलन किया गया. गुरुवार को बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन करने के लिए सर्किट हाउस पर एकत्रित हुए थे. यहां से रेल रोकने के लिए रेलवे जंक्शन के लिए निकले. इस दौरान रेलवे जंक्शन के बाहर ही भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात था. इस दौरान पुलिसकर्मियों और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ. इसके बाद यह लोग धरने पर बैठ गए और बाद में पुलिस ने यूथ कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष यशवीर सुरा, कोटा शहर जिला अध्यक्ष मोइजुद्दीन गुड्डू, देहात विजय प्रताप सिंह पानाहेड़ा और झालावाड़ जिला अध्यक्ष नेमीचंद मीणा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. इसके बाद इन्हें बसों में भरकर दूसरी जगह ले जाकर छोड़ दिया.
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बीकानेर में सफल नहीं हुआ रेल रोको कार्यक्रम : नीट में धांधली के मामले में बीकानेर में भी यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का रेल रोको आंदोलन विफल हो गया. यूथ कांग्रेस की ओर से संभाग स्तर पर पूर्व में घोषित रेल रोको आंदोलन के तहत रेलवे स्टेशन पहुंचे यूथ कांग्रेस कार्यकताओं को पुलिस, आरपीएफ व जीआरपी के भारी जाप्ते ने बीकानेर रेलवे स्टेशन के बाहर ही रोक लिया. इस दौरान आंदोलनकारियों यूथ कांग्रेसियों और पुलिस के बीच कई देर तक बहस चलती रही. बाद में यूथ कांग्रेस के कार्यकताओं ने स्टेशन के वेटिंग हॉल में बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुलडिया ने बताया कि कांग्रेस युवाओं के भविष्य के साथ कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी. अगर सरकार इस पेपर को रद्द नहीं करती है तो आगामी दिनों में यूथ कांग्रेस रेलवे ट्रैक पर बैठकर अपने आंदोलन को तेज करेगी.