लखनऊ: राजधानी लखनऊ के कृष्णा नगर थाना अंतर्गत शुक्रवार शाम 7 बजे शाम आजाद नगर मोहल्ले में एक के बाद एक गोलियों की आवाज से मोहल्ला गूंज उठा. आसपास के लोग जब घटनास्थल पर पहुंचे, तो एक महिला तथा एक पुरुष घायल अवस्था में पड़े मिले. आनन फानन घटना की सूचना पुलिस को दी गई. दोनों घायलों को लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया. वहां पर डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. वहीं घायल पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गयी.
घायल पुरुष उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है तथा घायल महिला पोस्ट ऑफिस में बाबू के पद पर कार्य थी. दोनों पति-पत्नी थे. उनका पारिवारिक मामला न्यायालय में चल रहा था. न्यायालय के समझौते पर यह लोग साथ रह रहे थे. कानपुर में तैनात सिपाही सर्वेश रावत 2011 से कांस्टेबल था. सर्वेश रावत की पत्नी मीरा रावत पोस्ट ऑफिस में बाबू के पद पर कार्यरत थी. सिपाही ने पत्नी को गोली मार कर खुद को भी गोली मार ली. गंभीर अवस्था में सिपाही को लोक बंधु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. सूचना मिलते ही मौके पर एसीपी कृष्णा नगर विनय द्विवेदी थाना प्रभारी तथा डीसीपी दक्षिणी केशव कुमार मौके पर पहुंचे.
पारिवारिक विवाद बना मौत का कारण: पति-पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद चल रहा था. इसको लेकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. कोर्ट ने दोनों को सुलह समझौता करने का समय दिया था. डीसीपी दक्षिणी केशव कुमार ने बताया कि कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में दो लोगों को गोली लगने की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल मौके पर थाना क्षेत्र की पुलिस और सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक महिला व पुरुष घायल अवस्था में पड़े हैं. घटनास्थल का निरीक्षण किया गया सूचना के अनुसार महिला का नाम मीरा उनकी उम्र लगभग 28 से 30 साल थी तथा उनके पति का नाम सर्वेश रावत था.
सूचना के अनुसार सर्वेश रावत ने पहले मीरा को गोली मारी और बाद में खुद को गोली मार ली. दोनों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया. प्रकरण की जांच की जा रही है. सूचना के आधार पर पुरुष सर्वेश रावत 2011 बैच का सिपाही था तथा महिला पोस्ट ऑफिस में बाबू के पद पर कार्यरत थी. फिलहाल अभी पुलिस को कोई नोट बरामद नहीं हुआ है. प्रथम दृष्टया घर वालों की सूचना के आधार पर दोनों में आपसी पारिवारिक विवाद था, जिसका मुकदमा पंजीकृत था. इसको लेकर कोर्ट के माध्यम से समझौता हुआ था.
ये भी पढ़ें- 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में यूपी सरकार को बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने रद्द की मेरिट लिस्ट - Allahabad High Court order