झालावाड़. जिले की असनावर थाना पुलिस ने गोवंश तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कंटेनर में तस्करी कर ले जाया जा रहा गोवंश मुक्त कराया है. इस कार्रवाई के दौरान कंटेनर चालक और उसका सहयोगी मौके से फरार हो गए. पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर लिया है. वहीं बरामद गौवंश को अकतासा की गौशाला को सौंप दिया गया है.
मामले में जानकारी देते हुए असनावर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह हाड़ा ने बताया कि गौ पुत्र सेना झालावाड़ द्वारा सूचना मिली थी कि कोटा की ओर से आ रहे एक कंटेनर में गौ तस्करी हो रही है. सूचना पर असनावर पुलिस ने एनएच 52 पर अकतासा में नाकाबंदी करवाई. उसी दौरान कोटा की ओर से आ रहे एक कंटेनर को तलाशी के लिए रोका गया. इसी दौरान कंटेनर चालक और खलासी वाहन छोड़कर जंगल की और भाग गए.
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बाद में कंटेनर की तलाशी के दौरान पुलिस को 56 गोवंश मिले हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि गोवंश को कंटेनर में बेरहमी से ठूंस कर भरा गया था. ऐसे में बरामद गोवंश में से 19 गोवंश मृत हालत में मिले हैं. ऐसे में 37 जीवित गोवंश को अकतासा की गौशाला के सुपुर्द किया गया है. पुलिस ने गौ तस्करी में प्रयुक्त कंटेनर को जब्त कर लिया है. पुलिस ने बताया कि वाहन मालिक की जानकारी कर आरोपी गौ तस्कर चालक और खलासी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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गौशाला संचालकों ने गोवंश लेने से किया इनकार: झालावाड़ जिला मुख्यालय सहित विभिन्न जगहों पर गौ शालाओं का संचालन करने वालों का भी दोहरा चेहरा देखने को मिला. गौ तस्करों से पकड़े गए गौवंश से भरे कंटेनर को लेकर पुलिस अकतासा से लेकर झालावाड़ जिला मुख्यालय तक की नामी गौशालाओं के घंटो चक्कर लगाती रही, लेकिन धर्म के नाम पर दुकानें चला रहे गौशाला संचालकों ने अमानवीयता दिखाते हुए कंटेनर में बेरहमी का दर्द झेल रहे बेजुबान गोवंश को लेने से ही इंकार कर दिया. मजबूरन असनावर पुलिस कंटेनर को एक बार फिर झालावाड़ से अकतासा ले गई और वहां संचालित गौशाला को सुपुर्द किया.